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Full version Software Computer me kaise install kare
वैसे तो इंटरनेट पर Computer me Software kaise install kare इसपर बहोत सारे लेख पब्लिश किये गए है लेकिन हमारे अनुसार उनमे ऐसे बहोत सारे बाते नहीं बताये गए है
जो आप को पता होना बहोत जरूरी है और हम इस लेख में उन सभी बातों पर चर्चा करने की कोशिश करेंगे ताकि आप को भविष्य में कंप्यूटर में सॉफ्टवेयर कैसे इंस्टॉल करते है यह सवाल किसी को पूछने की जरूरत ना पड़े
बहोत से लोगों का यह सवाल भी होता है की Laptop me Software kaise install kare तो हम आप को बताना चाहते है की चाहिए आप Computer इस्तिमाल करे या Laptop इस्तिमाल करे दोनों की प्रक्रिया समान है
जिसमे कोई अंतर नहीं है लेकिन यदि आप के कंप्यूटर में Window है और लैपटॉप में MAC है तो इसमें प्रक्रिया चेंज हो जाती है
क्यों की Window और mac यह दोनों अलग-अलग operating System है जिसके कारन इन में सॉफ्टवेयर इनस्टॉल करने की प्रक्रिया भी अलग-अलग होगी
उसी तरह यदि आप UNIX या LINUX उपभोक्ता है तो उस केस में भी कंप्यूटर या लैपटॉप में सॉफ्टवेयर इनस्टॉल करने की प्रक्रिया चेंज होती है
इसीलिए सब से पहले हमे यह जानना जरूरी है की सामने वाले कंप्यूटर में किस तरह का ऑपरेटिंग सिस्टम इंस्टाल है और उस ऑपरेटिंग सिस्टम के अनुसार हमे उस कंप्यूटर तथा लैपटॉप में सॉफ्टवेयर इनस्टॉल करना होगा
Window Computer me Software kaise Install kare in Hindi
क्यों की दुनिआ में Window के यूजर अन्य Operating system के मुकाबले ज्यादा है इसीलिए आज हम विंडो के Computer में Software install कैसे करे यह बताने की कोशिश करेंगे इसीलिए इस के लेख को शुरवात से लेकर अंत तक जरूर पढ़े और इसे अपने दोस्तों के साथ शेयर करना न भूले क्यों की शेयरिंग इस केयरिंग ना…
कंप्यूटर में कितने प्रकार के सॉफ्टवेयर होते है
सॉफ्टवेयर की बात करे तो सभी सॉफ्टवेयर एक ही तरह के होते है बस इनका नाम और काम अलग-अलग होते है और उनके काम के हिसाब से उनका नाम तय होता है
जैसे की (PHOTOSHOP) इसके नाम से ही हमे एक अंदाजा आता है की यह सॉफ्टवेयर फोटो संबंधित कामों के लिए बनाया गया है उसी तरह (MS OFFICE) याने ऑफिस के कामों के लिए बनाया सॉफ्टवेयर तो ज्यादातर सॉफ्टवेयर को हम उनके नामों से ही पता कर सकते है की यह सॉफ्टवेयर किस काम के लिए बनाया गया है और उन्हें इस्तिमाल भी कर सकते है
अब यहाँ एक सवाल आता है जैसे की क्या यह सभी सॉफ्टवेयर फ्री होते है ? तो दोस्तों हम आप को बताना चाहते है की इंटेरेट पर Freeware श्रेणियों को छोड़कर सभी सॉफ्टवेयर official level पर payable होते है याने उन्हें खरीदने के लिए हमे कंपनी को भुगतान करना अनिर्वाय होता है |
लेकिन पाइरेसी का जमाना इतना तेज़ी से बढ़ रहा है जिसके कारन इंटरनेट पर हर एक बड़े से बड़े सॉफ्टवेयर का crack version पहले से ही इंटरनेट पर मौजूद है जिसे आप को डाउनलोड करने के लिए किसी भी तरह का भुगतान की जरूरत नहीं है और इन सॉफ्टवेयर को हम crack version या Pirated कहते है
Genuine Software V/S Crack Version Software ?
Genuine Software
जभी कोई कंपनी सॉफ्टवेयर प्रोग्राम लांच करती है तब वे उसके 2 Version इंटरनेट पर जारी करती है जैसे की Full Version और trial software अब इन दोनों Version के बिच का अंतर हम आप को समझाने की कोशिश करेंगे
जभी कंपनी अपने सॉफ्टवेयर का Trial software इंटरनेट पर पब्लिश करते है तब उनके पास उस सॉफ्टवेयर का Full Version उपलब्ध होता है और इस trial softwareको इस्तिमाल कर के ग्राहक यह पता कर सकते है की क्या भविष्य में उन्हें इसके Full Version की जरूरत होगी !
और अगर किसी ग्राहक को ऐसे लग रहा है की हाँ भविष्य में यह सॉफ्टवेयर उनके बहोत काम आ सकता है तो वे उसके Full Version को पैसे देकर खरीद सकते है
अब यहाँ हम आप को बताना चाहते है की Trial software याने वे सॉफ्टवेयर जिसे आप कुछ ही दिनों के लिए इस्तिमाल कर सकते है जैसे की 7 Days or 30 Days और उसके बाद वे सॉफ्टवेयर आटोमेटिक बंद होगा
और यदि आप को उसके Features पसंत आये हो तो आप उसके Full version के लिए कंपनी को भुगतान कर के उसे Download कर सकते है जिसके बाद वे सॉफ्टवेयर आप के कंप्यूटर में हमेशा काम करेगा
यदि आप किसी भी सॉफ्टवेयर को इस्तिमाल करने के लिए उस सॉफ्टवेयर के कंपनी को भुगतान करते है तो उसे हम certified या Genuine Software कहते है जहा आप को कंपनी के और से सपोर्ट भी मिलता है और यदि भविष्य में उस सॉफ्टवेयर में किसी भी तरह के नए features add किये जाते है तो उसका लाभ आप को मिलता है क्यों की आप उस कंपनी के paid member हो !
Crack Version Software
Crack Version सॉफ्टवेयर याने कंपनी के द्वारा जारी किये Full version सॉफ्टवेयर को हैकर (क्रैकर) द्वारा crack कर के उसे Free में इंटरनेट पर पब्लिश करना और उसे हमारे द्वारा बिना भुगतान के डाउनलोड कर के इस्तिमाल करना याने Crack Version Software इस्तिमाल करना होता है इसे Pirated version भी कहा जा !
सकता है क्यों की कंपनी के अनुमति के बिना उनके प्रोग्राम में बदलाव कर के उसे इंटरनेट पर फ्री में शेयर करना याने उस कंपनी के copyright मटेरियल का उल्लंघन करना हो सकता है
जिसके बदले में उपभोक्ता को सजा भी हो सकती हैलेकिन दुनिआ में यह काम बरसो से चलते आ रहा है और सरकार भी इन्हे रोकने की हर तरह की कोशिश करते आ रही है लेकिन फिर भी बड़े सॉफ्टवेर के crack version इंटरनेट पर लिक हो जाते है
आज हम कंप्यूटर संबंधित जितने भी पॉपुलर सॉफ्टवेयर फ्री समझकर Download करते है वे असल में Free नहीं है जैसे की
- Window Operating System
- MS Office
- Photoshop
- Corel draw
- Auto Cad
- and more
यह सभी Official premium सॉफ्टवेयर है जिन्हे इस्तिमाल करने के लिए हमे कंपनी को भुगतान करना होता है लेकिन इनके इतने सारे crack Version Software इंटरनेट पर उपलब्ध है जिसके बारे में हम बता भी नहीं सकते है
Genuine Software & Crack Software installation Process
इन दोनों सॉफ्टवेयर को कंप्यूटर में इनस्टॉल करने की प्रक्रिया अलग – अलग हो सकती है जैसे की कंपनी द्वारा ख़रीदे सॉफ्टवेयर को कंप्यूटर में इनस्टॉल करने के लिए आप को कंपनी के और से एक उस software का license दिया जाता है और उसके साथ Serial key भी दी जाती है |
इसमें Serial key का बहोत बड़ा Role होता है जैसे की बिना Serial key के आप के कंप्यूटर वे सॉफ्टवेयर 100 % Activate नहीं होगा और यदि कोई सॉफ्टवेयर Activate नहीं होता है तो उसे हमे Trial या Demo Version कह सकते है
याने कहने का मतलब यह है की आप कंपनी को जो भी पैसे दे रहे है वे इस Serial key के लिए दे रहे है | बिना Serial key का उस कंपनी का सॉफ्टवेयर किसी काम का नहीं है
उसी तरह crack version Software भी काम करते है लेकिन इनमे Serial key के अलावा patch भी आ सकते है
याने यदि आप कोई premium software इंटरनेट से Free Download कर रहे है तो उस Free सॉफ्टवेयर को 100 % Activate करने के लिए आप को Fake Serial Key या patch की जरूरत लगेगी | जिसके बिना यह Genuine Software कभी भी क्रैक नहीं होंगे
कहने का मतलब बस यह है की दोनों की प्रक्रिया समान है बस सॉफ्टवेयर को Activate करने की प्रक्रिया अलग है जिसे हम निचे विस्तार में जान ने की कोशिश करेंगे
Computer me Genuine Software kaise Install kare
यदि आप Paid Software इस्तिमाल कर रहे है तो आप को उस Software के साथ एक Key प्राप्त होगी जैसे की आप निचे दिए image में देख सकते है यह वे Key है जिसके मदत से आप ने ख़रीदे सॉफ्टवेयर को Activate कर सकते है
- कंप्यूटर में सॉफ्टवेयर Genuine इनस्टॉल करने के लिए सब से पहले उस सॉफ्टवेयर के वेबसाइट पर विजिट करे
- जहा आप को उस सॉफ्टवेयर की Downloading लिंक प्राप्त होगी | वह से सॉफ्टवेयर को डाउनलोड करे
- हो सकता है उसी Page पर आप को pay या Buy का बटन दिखाई देगा तो उस बटन पर क्लिक कर के कंपनी को संबंधित सॉफ्टवेयर के लिए भुगतान करे
- जिसके बाद आप को Downloading Link के साथ Serial Key भी Send की जाएगी | यह डिटेल्स आप को आप के रजिस्टर ईमेल या मोबाइल नंबर पर प्राप्त होगी
Computer me Software ka Setup kaise Run Kare
जभी आप इंटरनेट से सॉफ्टवेयर को डाउनलोड करोगे तो वे एक होगी जिसे कंप्यूटर में रन करने के लिए उस फाइल पर दो बार क्लिक करना होगा जिसके बाद कंप्यूटर में सेटअप रन होना शुरू होगा
याद रखे ऑलमोस्ट सभी प्रकार के सॉफ्टवेयर इसी तरह कंप्यूटर में इनस्टॉल करते है जहा EXE फाइल पर दो बार क्लिक करने के बाद उस सॉफ्टवेयर का installation Wizard ओपन होगा जहा आप को Next-Next करते जाना है
और एक जगह ऐसे आएगी जहा आप को वे Serial key के लिए पूछेगा तो वहा आप को कंपनी के और से प्रदान किया Serial key डालना है और सेटअप को Finish कर देना है
याद रखे 100 % में से 95% सॉफ्टवेयर को कंप्यूटर में इसी तरह Next-Next करते इनस्टॉल करना होता है और 5% वे सॉफ्टवेयर होते है जिनके लिए कुछ Ad-On प्रोग्राम की जरूरत होती है जैसे की – Android Studio manager
Computer Main Trial software kaise install kare
जैसे की हम ने शुरवात में ही कहा था की Trial हो या Genuine हो दोनों की इनस्टॉल करने की प्रक्रिया एकसमान होगी बस उन्हें Activate करने की process अलग होगी
जैसे की यदि आप इंटरनेट से CorelDRAW जैसे सॉफ्टवेयर को फ्री में Download करते है तो वह आप को Keygen प्राप्त होगी जिसके मदत से आप उस paid CorelDRAW को free में Activate कर सकते है
निचे हम ने CorelDRAW के Keygen की एक image शेयर की है जिसे जिसे आप देख सकते है
अब यह Crack उस सॉफ्टवेयर पर निर्भय करता की वे कितना बडा और लोकप्रिय है याने की जितना बडा सॉफ्टवेयर उसे Crack करने की प्रक्रिया उतनी जठिल..
बस आप को यह पता होना चाहिए की उस सॉफ्टवेयर के साथ Download किये Keygen को कैसे इस्तिमाल किया जाता है
अगर आप IDM (internet download manager) Ya Nero जैसे रेगुलर इस्तिमाल करने वाले सॉफ्टवेयर को Crack करने की सोच रहे है तो उन्हें बाईपास करना बहोत आसान है
जहा आप को उस सॉफ्टवेयर को डाउनलोड करने बाद वह आप को एक Patch भी प्राप्त होगा और Patch के मदत से उस सॉफ्टवेयर को एक्टिवटे करना आसान होता है
Software ko Patch se kaise Crack kare in Hindi
देखे इसमें भी दो प्रकार के Patch उपलब्ध होते है जैसे की कुछ कुछ सॉफ्टवेयर के Patch एक EXE के शकल में होगी तो कुछ कुछ सॉफ्टवेयर के Patch एक फाइल के शकल में होंगे | तो इन दोनों की प्रक्रिया एक समान है इसीलिए यहाँ ज्यादा कंफ्यूज होने की जरूरत नहीं है
- सब से पहले Crack Version सॉफ्टवेयर को इंटरनेट से डाउनलोड करे
- Crack Version Software में आप को EXE फाइल के साथ keygen या Patch प्राप्त होगा
- यदि keygen होगा तो आप उसे Serial key से Activate कर सकते है लेकिन अगर patch फाइल होगी तो आप को वह दो तरह के patch दिख सकते है
- जैसे की File patch या EXE patch
- दोनों प्रक्रिया में आप को उन्हें कॉपी करना है और सॉफ्टवेयर के installation फोल्डर में जाकर PAST करना है
- हर सॉफ्टवेयर का विंडो के C: Drive के प्रोग्राम फाइल में इनस्टॉल होगी – C:\Program Files\Internet download manager
- Patch को सॉफ्टवेयर के Installation Folder में पास्ट करने के बाद उसे देखे की वे फाइल है या EXE patch है यदि फाइल है तो बस उसे वह Copy करना है आपका काम हो जायेगा लेकिन यदि EXE है तो उस EXE फाइल पर दो बार क्लिक कर के उसे RUN करना होगा
- और जैसे ही वे EXE RUN होगा वैसे ही आप सॉफ्टवेयर Activate होगा
आज हम ने “Computer me Software kaise install kare” यह जान ने की कोशिश की है इसके अलावा Laptop (computer) me Full Version software install karane ka tarika जाना जिस से भविष्य में आप किसी भी तरह के सॉफ्टवेयर को कंप्यूटर में आसानी से इनस्टॉल कर सकते है
यदि आप को हमारा आज का लेख पसंत आया हो तो इसपर जरूर अपनी प्रतिक्रिया दे और इस लेख को अपने दोस्तों के साथ शेयर करना ना भूले
इसके अलावा अगर आप को कंप्यूटर में सॉफ्टवेयर इनस्टॉल करने में किसी भी तरह की परेशानी हो रही है तो आप निचे कमेंट कर सकते है हम आप की परेशानी दूर करने की पूरी कोशिश करेंगे
computer me software kaise install kare in hindi
निचे दिए सभी Queries का जवाब आप को ऊपर दिए लेख में प्राप्त होगा इसीलिए इस लेख शुरवात से लेकर अंत तक जरूर पढ़े ताकि Software installation को लेकर आप के दिमाग में किसी भी तरह का सवाल बाकि ना रहे
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- laptop me app kaise download kare
- software kaise download karen
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apne bahut hi achhe tarike se samjhaya hai software ke bare me
thank you Dagesh kumar vishwakarma Ji