मोबाइल का आविष्कार किसने किया था और कब ?

मोबाइल का आविष्कार किसने किया :- Mobile Phone का आविष्कार करना इन्सान की सबसे बड़ी कामयाबी में से एक है, जिसकी मदद से वह आज दूर बैठे व्यक्ति से बात कर सकता है, इंटरनेट सुविधाओं का लाभ ले सकता है और मोबाइल गेम इत्यादि को भी इसी मेँ खेल सकता है।

आज के समय मेँ मोबाइल भी एक नशा की तरह हो गई है, जिससे हमारी नई युवा पीढ़ी हर चीज अपने मोबाइल से ही करने लगे है और अपना अधिक समय इसी पर देने लगे है। हालाँकि mobile ka avishkar हो जाने से हमें बहुत ही सहूलियत हुई है।

जब भी किसी चीज का इन्वेन्शन होती है तब उसका पॉज़िटिव और नेगेटिव इफैक्ट जरूर होती है, लेकिन मोबाइल फोन मेँ अधिकतर पॉज़िटिव इफैक्ट ही शामिल है।

यह दुनिया का पहला ऐसा प्रॉडक्ट है जो हर इन्सानों को खूब पसंद आई और आजकल इसे हर कोई इस्तेमाल कर रहा है।

मोबाइल आ जाने से लोगों की जिन्दगी काफी आसान हो गई है, जिसने ना एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति मेँ संचार के जरिये वार्तालाप करने की अनुमति दी, बल्कि इसने इसके साथ तकनीकी की दुनिया मेँ हम इन्सानों के लिए हजारों रास्ते खोल कर रख दिये है।

जब पहली बार फोन आविष्कार की गई थी, तब उसमें बहुत सारी खामियाँ थी, लेकिन अब उन सभी खामियों को दूर करके इसमें बहुत सारे चीजों को बदलाव कर दिया गया है

और इसमें ऐसे-ऐसे फीचर्स को जोड़ दी गई है, जो हमारी हर दिन और हर पहल इस्तेमाल मेँ आने लगी है।

स्मार्टफोन इंडस्ट्री काफी तेजी से आगे बढ़ रही हैं। आज के समय मे हमें काफी कम कीमत में काफी एडवांस और बेहतरीन स्मार्टफोन मिल जाते हैं,

लेकिन क्या आपको याद हैं कि दुनिया के पहले मोबाइल फ़ोन की कीमत 2 लाख से भी ज्यादा थी जिससे एक बार चार्ज करने पर केवल 30 मिनट बात की जा सकती थी।

जिस चीज को हम सभी सुबह से रात को सोते वक्त तक सबसे इस्तेमाल करते है उसमें मोबाइल ही पहला स्थान पर है, जिसकी मदद से फोटो, इंटरनेट, मैप्स, कॉल, बैंकिंग प्रणाली इत्यादि को इस्तेमाल करते रहते है,

ऐसे मेँ आपके दिमाग मेँ Mobile ka avishkar kisne kiya? के बारें मेँ ख्याल जरूर आती होगी।

इस आर्टिकल मेँ आप मोबाइल का आविष्कार किसने किया था और कब | दुनिया के पहले फोन का आविष्कार कब हुआ? के बारें मेँ जानने वालें है साथ ही आप भारत मेँ मोबाइल फोन कब आई थी के बारे मेँ विस्तृत जानकारी के साथ इससे संबन्धित हर चीजों के बारें मेँ जानने वालें है।

 

मोबाइल का आविष्कार किसने किया
मोबाइल का आविष्कार किसने किया

 

मोबाइल फोन क्या है – मोबाइल का आविष्कार किसने किया

मोबाइल फोन एक वायरलेस हैंडहेल्ड डिवाइस है, जो उपयोगकर्ताओं को कॉल करने और संदेश भेजने, साथ ही अन्य सुविधाओं को प्रदान करता है। मोबाइल फोन की शुरुआती पीढ़ी केवल कॉल करना और कॉल प्राप्त कर सकती थी,

हालाँकि, आज के मोबाइल फोन कई प्रकार की सुविधाओं से भरे हुए है. जैसे वेब ब्राउज़र, गेम, कैमरा, वीडियो प्लेयर और यहां तक ​​कि नेविगेशनल सिस्टम मोबाइल फोन की प्रमुख सुविधाओं मे से है।

मोबाइल फोन को सेल्युलर फोन या सेल फोन के नाम से भी जाना जाता है।

संछिप्त शब्दों मेँ कहा जाएँ तो, फोन एक ऐसा यंत्र होता है जो किसी भी प्रकार की आवाज मुख्य रूप से मानवीय आवाज (Human Voice) को इलेक्ट्रॉनिक सिग्नल्स में कन्वर्ट करता है जो केबल या इलेक्ट्रोमैग्नेटिक तरंग जैसे माध्यमो से दूसरे व्यक्ति तक पहुचती है और दूसरा व्यक्ति पहले व्यक्ति को सुन पाता हैं।

 

मोबाइल फोन का आविष्कार किसने किया – Mobile phone ka Avishykar kisane kiya 

मोबाइल का आविष्कार मार्टिन कूपर (Martin Cooper) के द्वारा 03 अप्रैल 1973 मेँ की गई थी, जिस मोबाइल का नाम Motorola DynaTAC था..

क्योंकि जब इस मोबाइल को आविष्कार करने की नींव रखी गई थी, उस समय मार्टिन कूपर मोटोरोला कंपनी मेँ एक शोधकर्ता के रूप मेँ कार्य करते थे।

 

मोबाइल का आविष्कार किसने किया
मोबाइल का आविष्कार किसने किया

 

आपको बताते चले मोबाइल फोन का आविष्कारक मार्टिन कूपर ने अपने द्वारा बनाई गई मोबाइल से दुनिया की पहली फोन कॉल अपने प्रतिद्वंदीत बैल लेबॉरेटरी के इंजीनियर Dr. Joe S. Engel से बात की थी। उस समय से अब हर दिन अरबों फोन कॉल की जाती है।

न्यूयॉर्क की एक सड़क पर खड़े होकर जब मार्टिन कूपर ने उसी फ़ोन से पहली कॉल की थी, तो उन्हें इस बात का अंदाज़ा नहीं था कि उनकी ये खोज कितनी भारी सफलता अर्जित करेगी।

मार्टिन कूपर को आज मोबाइल फ़ोन की अपार सफलता देख कर हैरानी होती है।

उस समय उनको बिल्कुल अंदाज़ा नहीं था कि अगले 35 सालों में विश्व की आधी से ज़्यादा आबादी के पास मोबाइल होगा और न के बराबर क़ीमत में लोग मोबाइल फ़ोन ख़रीद सकेंगे।

पहला मोबाइल फ़ोन बनाने में क़रीब 10 लाख डॉलर का ख़र्च आया था।

जिस तरह आज हमें छोटा पैक बड़ा धमाका वाली मोबाइल देखने को मिल रही है, वैसा पहला मोबाइल नही था, वह बहुत ही भारी और लगभग एक ईट के आकार का था।

मोटोरोला के इस मोबाइल की लंबाई 09 इंच और उसका वजन 1.1 किलोग्राम थी, जो Cellular Network तकनीक पर काम करती थी।

जिसे फूल चार्ज करने मेँ 10 घण्टे तक का समय लग जाती थी, लेकिन उससे बात सिर्फ 30 मिनट से भी कम ही हो पाती थी। इस फोन की लागत भी अधिक थी, दुनिया के इस पहले फोन की कीमत 2700 अमेरिकी डॉलर यानी कि करीब 2 लाख रुपये थी।

जिसमें बहुत सारी कमी और खामियाँ भी थी, इसके बावजूद यह फोन का दाम इतना महँगा हुआ करता था। इसके खामियाँ को दूर करने मेँ विश्व के विज्ञानिकों को 10 सालों से अधिक का समय लग गया, हालाँकि पहला मोबाइल बनाने मेँ भी कई सालों की मेहनत लगी थी।

मोटोरोला मोबाइल की खामियों को दूर करने के साथ-साथ वैज्ञानिकों को इसके लागत कीमत को भी कम करना था जिसमें भी इन्हे कई सालों की मेहनत लग गई

और इसी बीच सेलुलर नेटवर्क को और अधिक सशक्त बनाया गया और मोबाइल के एक अगले आविष्कार Motorola DynaTAC 8000X मोडेल को वर्ष 1983 में लॉंच की गई थी।

जिसकी कीमत 39995 डॉलर यानि करीब 2.80 लाख रुपया थी। जिसकी मोबाइल की बैटरी 6 घण्टे तक चल जाती थी और लगातार फोन कॉल पर बात करने पर यह 30 मिनट तक चल पाती थी।

इस मोबाइल में 30 लोगों को मोबाइल नंबर स्टोर करने का भी ऑप्शन दी गई थी।

इस तरह छोटी-बड़ी कमियाँ को दूर करके और विश्वभर के वैज्ञानिकों की आपार मेहनत और उनकी सफलता के कारण आज मोबाइल फोन स्मार्टफोन में बदल गई है और मानव कल्याण को एक नई दिशा में ले जाने का रास्ता उभरकर सामने आई है।

 

मार्टिन कूपर कौन है – Who is martin cooper in hindi

मार्टिन कूपर की जीवनी दुनिया के पहला मोबाइल बनाने वालें मार्टिन कूपर एक अमेरिकी इंजीनियर है जिनका जन्म 26 दिसंबर 1928 को शिकागो, अमेरिका यूक्रेन के यहूदी अप्रवासी के यहाँ हुआ था। इनके माता-पिता यहूदी थे जो बाद में मार्टिन कूपर के बेहतर शिक्षा के लिए अमेरिका चले गए थे।

नाम मार्टिन कूपर
जन्म 26 दिसंबर 1928
जन्मस्थान शिकागो, अमेरिका
शिक्षा इलिनोइस इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी (बीएस, इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग, 1950; एमएस, इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग, 1957)
व्यवसाय आविष्कारक, उद्यमी, कार्यकारी
नो फॉर पहला मोबाइल कौलर
राष्ट्रियता अमेरिकन

 

उन्होने 1950 में इलिनोइस इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी (आईआईटी) से स्नातक की उपाधि प्राप्त की। स्नातक होने के बाद उन्होंने कोरियाई युद्ध के दौरान एक पनडुब्बी अधिकारी के रूप में कार्य भी कर चुके है।

1957 में, उन्होंने इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग में IIT से मास्टर डिग्री हासिल की और 2004 में IIT से डॉक्टरेट की मानद उपाधि प्राप्त की।

अपनी उच्च स्नातक की डिग्री की पढ़ाई खत्म हो जाने के बाद उन्होने शिकागो में ही Teletype corporation company में नौकरी करने लगें।

जहाँ उन्होने कुछ समय नौकरी करने के बाद इस्तीफा दे दिया और वर्ष 1954 में Motorola company में नौकरी करने लगें थे।

मार्टिन कूपर को शुरू से ही वायरलेस संचार में के बारें में अधिक चीजे जानना पसंद करते थे, विशेषकर वह रेडियो स्पेकट्रूम प्रबंधन के बारें में अधिक रुचि लेते थे।

मोटोरोला कंपनी में रहते हुये, उन्होने अपनी एक टीम तैयार की, जिनका मकसद वायरलेस संचार सिस्टम पर काम करना था

और एक ऐसी डिवाइस का आविष्कार करना था, जिससे सेलुलर नेटवर्क के जरिये एक व्यक्ति दूसरे व्यक्ति से बात कर सकता था।

कुछ वर्षों की मेहनत और उसमें शोध होती रही और वर्ष 1973 में उन्होने दुनिया का पहला हैंडसेट सेलुलर मोबाइल फोन का आविष्कार किया

और अपनी टीम का लीडर के रूप में नेतृत्व किया, जिसने इसे विकसित किया। जिस मोबाइल का नाम उन्होने उसी कंपनी के नाम पर Motorola DynaTAC रखा। जिसमें कमी बहुत थी, जिसे दूर करने के लिए उन्होने 10 वर्षों तक इस प्रोजेक्ट पर काम किया।

जिसके फलस्वरूप 1983 में इसे बाजार में सबके लिए उपलब्ध करा दिया गया था। डॉक्टर मार्टिन कूपर को मोबाइल फोन का जनक कहा जाता है। यह इतिहास के पहले व्यक्ति के रूप में भी उद्धृत है, जिन्होंने सार्वजनिक रूप से पहले सेलुलर फोन कॉल किया।

 

विश्व के पहले मोबाइल फोन की कुछ विशेषताएं :

मार्टिन का मानना था कि फोन निजी टेलीफोन होना चाहिए, जिसे हर कोई इस्तेमाल कर सकता था। जब पहली बार मोबाइल मार्केट में आई थी, तब यह इन्सानों के लिए बहुत बड़ी बात थी और वह इसे किसी चमत्कार से कम भी नही मानते थे।

  • मार्टिन कूपर द्वारा बनाई गई दुनिया का पहला सेलुलर फोन Motorola DynaTAC का वजन 1.1 किलोग्राम तक थी, जिसकी लंबाई 09 इंच थी।
  • दुनिया का पहला मोबाइल बनाने में करीब 10 लाख डॉलर का खर्च आई थी।
  • जिसे चार्ज होने में 10 घण्टे लगते थे और जिसका बैटरी बैकअप मात्र 30 मिनट तक का ही हुआ करता था।
  • हालाँकि मोबाइल का आविष्कार तो 1973 में ही हो गई थी, लेकिन मार्केट में इसे 10 वर्षों बाद 1983 को हर किसी के लिए उपलब्ध करवा दी गई थी।
  • उस समय विश्व का पहली मोबाइल फोन खरीदने के लिए 2700 डॉलर यानि 2 लाख रुपए चुकाने पड़ते थे।
  • Motorola DynaTAC मोबाइल को उस समय 0G यानि Zero Generation फोन कहा जाता था।

 

भारत में मोबाइल कब आया था | When Did Mobile Launched in India

हालाँकि 1983 में आई मोबाइल सिर्फ अमेरिका में ही उपलब्ध थी, लेकिन धीरे-धीरे यह तकनीक हर देश अपनाने लगे। अगर हम इंडिया में पहला मोबाइल आने की बात करें तो, आपको बता दे यहाँ वर्ष 1955 में पहली मोबाइल सर्विस का इस्तेमाल किया गया था।

उस वक्त पश्चिम बंगाल के तत्कालीन मुख्यमंत्री ज्योति बसु ने पूर्व केंद्रीय संचार मंत्री सुखराम से 31 जुलाई 1995 को पहली बार मोबाइल कॉल कर बात की थी। इन दो नोताओं बीच से शुरू हुई मोबाइल से बातचीत आज करोड़ों लोगों तक पहुंच चुकी हैं।

भारत में यह पहला फोन कॉल दिल्ली के संचार भवन से कोलकाता के राइटर्स भवन के बीच कनैक्ट हुआ था, जिसके बाद ही पूरे देश में सेलुलर कॉल और नेटवर्क मोबाइल सेवा का संचालन का शुभारंभ हुआ था। इस सर्विस को लोगों तक पहुंचाने में नोकिया के हैंडसेट की मदद ली गई थी।

देश में पहली बार मोबाइल सेवा देने वाली कंपनी मोदी टेल्स्ट्रा भारत में इस सर्विस को शुरू करने वाली पहली कंपनी थी।

उसने इस सर्विस का नाम मोबाइलनेट रखा था। मोदी टेल्स्ट्रा बाद में स्पाइस टेलीकॉम के नाम से सेवाएं देने लगी। भारत में मोबाइल फोन सेवा का लाइसेंस मोदी टेल्स्ट्रा के अलावा 8 कंपनियों को भी दिया गया था।

भारत में मोबाइल सेवा को ज्यादा लोगों तक पहुंचने में समय लगा और इसकी वजह थी महंगे कॉल टैरिफ। शुरुआत में एक आउटगोइंग कॉल के लिए 16 रुपए प्रति मिनट तक शुल्क लगता था,

गौर करने वाली बात है कि मोबाइल नेटवर्क की शुरुआत के समय आउटगोइंग कॉल्स के अलावा, इनकमिंग कॉल्स के पैसे भी देने होते थे।

ऐसा माना जाता है कि मोबाइल सेवा शुरू होने के 5 साल बाद तक मोबाइल सब्सक्राइबर्स की संख्या 50 लाख पहुंची, लेकिन इसके बाद यह संख्या कई गुना तेजी से बढ़ी। अगले 10 साल में मोबाइल सब्सक्राइबर्स बेस बढ़कर 687.71 मिलियन हो गया।

1995 में विदेश संचार निगम लिमिटेड ने स्वतंत्रता दिवस के मौके पर इंटरनेट कनेक्टिविटी का तोहफा भारत के लोगों को दिया।

वर्तमान में भारत में 750 मिलियन से भी अधिक लोग मोबाइल का इस्तेमाल करते है और वर्ष 2040 तक इसकी संख्या 1.5 बिलियन उपभोक्ता तक हो जायेगी।

 

अब कितने लोग मोबाइल का करते है इस्तेमाल | How many people are using mobile

जिस तरह से मोबाइल टेक्नोलॉजी पूरे दुनिया मे तेजी से बढ़ी है वह अद्वितीय है। जितना समय में आप यह आर्टिकल पढ़ रहें होंगे, उतना ही समय में हजारों मोबाइल पूरे दुनिया में बिक चुके होंगे। आजकल हर इन्सान 1 से अधिक मोबाइल रखने के शौकीन हो गए है।

सेलुलर नेटवर्क फोन से आज हम स्मार्टफोन 5G जेनेरेशन तक पहुँच गए है। जिसके साथ हर वो जरूरत की चीजें को जोड़कर रख दी गई है, जिसका हमें हर पल जरूरत पर ही जाती है। total smartphone users in world की बात करें

तो दुनियाभर में 2021 के रिपोर्ट के अनुसार 3.8 बिलियन लोग स्मार्टफोन का इस्तेमाल करते है तो वही 4.88 बिलियन लोग मोबाइल फोन का इस्तेमाल कर रहें है।

इस तरह 8.68 बिलियन लोग यानि 8 अरब 68 करोड़ लोग मोबाइल का इस्तेमाल दुनियाभर में कर रहें है।

दुनिया का सबसे ज्यादा मोबाइल यूजर चीन है, जहाँ के 911.92 मिलियन (911,920,000) लोग इसका इस्तेमाल कर रहें है, तो वही दूसरा स्थान पर भारत है जहाँ 439.42 मिलियन (439,420,000) लोग मोबाइल का इस्तेमाल कर रहें है।

सबसे ज्यादा मोबाइल इस्तेमाल करने वालें देशों की सूची में चीन, इंडिया, अमेरिका, इंडोनेशिया, ब्राज़ील, रशिया, जापान और मेक्सिको शामिल है। आज दुनिया के पूरे आबादी के 48.16% से अधिक लोगों के पास खुद का स्मार्टफोन है।

जो पिछले वर्ष 2016 में दुनिया के आबादी के 33.58% तक ही स्मार्टफोन लोगों के पास थी। इसके साथ ही दुनिया के 61.85% लोगों के पास खुद का मोबाइल फोन है। जो एक बहुत बड़ा आँकड़ा है। 10.41 बिलियन लोगों के पास मोबाइल कनैक्शन उपलब्ध है।

वर्ष 2020 में जहाँ 3.5 बिलियन लोग स्मार्टफोन का इस्तेमाल कर रहे थे वही अब इसकी संख्या बढ़कर 3.8 बिलियन से भी अधिक हो गई है। WARC के रिपोर्ट के अनुसार वर्ष 2025 तक दुनिया के 72% लोग स्मार्टफोन के जरिये इंटरनेट का इस्तेमाल करना शुरू कर देगे।

 

Mobile Phone Usage Worldwide, by Country | दुनिया भर में मोबाइल फोन का उपयोग

Rank Country Total Population Smartphone User
1. China 1.42B 851M
2. India 1.37B 346M
3. United States 329M 260M
4. Brazil 212M 96.9M
5. Russia 144M 95.4M
6. Indonesia 270M 83.9M
7. Japan 127M 72.6M
8. Germany 82.4M 65.9M
9. Mexico 132M 65.6M
10. United Kingdom 67.0M 55.5M

 

कितने तरह के मोबाइल बाज़ार मे है उपलब्ध | Types of mobile available in the market

भारतीय मोबाइल बाज़ार या वर्ल्ड मोबाइल मार्केट मे आज पूरे तीन तरह के मोबाइल उपलब्ध है, जिसका विवरण नीचे दिया गया है: –

  1. Cell Phone
  2. Feature Phone
  3. Smartphone

 

Cell Phone | सेल फोन

सेल फोन दुनिया की बिकी जाने वाली फोन मे से एक है आज हर दूसरा व्यक्ति अपने स्मार्टफोन के साथ एक सेल फोन को भी रखता है, जिसकी कीमत बहुत ही कम होती है। यह पुरानी मोडेल पर आधारित मोबाइल है,

जिससे आप किसी से कॉल के जरिये दूर बैठे व्यक्ति से बात कर सकते है और उनको टेक्स्ट मैसेज भी भेज सकते है। इसके अलावा इसमें आपको मोबाइल नंबर भी सेव करने का ऑप्शन दी जाती है। जिसमें आप अलार्म, कैल्कुलेटर, कैलंडर, टॉर्च, घड़ी के साथ कुछ साधारण फीचर का इस्तेमाल कर सकते है।

 

Feature Phone | फीचर फोन

हालाँकि की यह फोन भी सेल फोन की तरह ही दिखता है, लेकिन यह उसके एक अगली पीढ़ी का डिवाइस है, जिसमें आपको अलार्म, कैल्कुलेटर, कैलंडर, टॉर्च, घड़ी के अलावा कैमरा, गाना सुनना, इंटरनेट इत्यादि का भी फीचर प्रदान करती है।

इस तरह के मोबाइल उपभोक्ता की संख्या दुनियाभर में सबसे ज्यादा है जिसकी संख्या 4.88 बिलियन से भी अधिक है। जो सेल फोन के मुक़ाबले थोड़े महँगे होते है लेकिन स्मार्टफोन के मुक़ाबले इसकी कीमत कई गुणा कम होती है।

 

Smartphone | स्मार्टफोन

यह नई तकनीक पर बनी मोबाइल फोन है, जिसके अभी तक 5th generation तक आ गई है। इसमें आपको बहुत सारें ऐसे फीचर्स भी दी जाती है, जिसकी कल्पना ही आपने कभी की होगी। जो सभी चीजों से परिपूर्ण होती है वह ही स्मार्टफोन कहलाती है।

आजकल हर कोई स्मार्टफोन का ही इस्तेमाल करना ज्यादा पसंद कर रहें है, क्योंकि internet connectivity काफी अच्छी है और इसके लिए लाखों मोबाइल एप्स मौजूद है। जो अलग-अलग फीचर्स प्रोवाइड करवाती है। यह सभी मोबाइल से अलग और अब तक का सबसे अच्छा मोबाइल तकनीक में से एक है।

 

मोबाइल से जुड़े रोचक तथ्य | interesting facts Related to Mobile

  • दुनिया का पहला मोबाइल फोन Motorola DynaTAC को वर्ष 1973 में आविष्कार किया गया था, जिसकी कीमत 2 लाख 80 हजार रुपया थी।
  • अब तक का सबसे ज्यादा बिकने वाली मोबाइल Nokia 1100 है, जिसका 25 करोड़ से अधिक सेट बिकी थी और वो भी मात्र 5 सालों में।
  • एक रिपोर्ट के अनुसार वर्ष 2025 तक दुनिया के 72% आबादी इंटरनेट से जुड़ जाएगी।
  • भारत सहित कई दूसरे देशों ने पिछले कुछ सालों में गाड़ी चलाते समय मोबाइल फ़ोन पर बात करने पर प्रतिबंधित लगा दिया है।
  • भारत में मोबाइल की शुरुआत 1995 से शुरू हुई थी।
  • टैक्स मैसेज के लिए 160 अक्षरों की सीमा फ्रीडेलहम हेलीब्रांड नाम के एक जर्मन इजीनियर ने शुरू की. इसका ख्याल उन्हें अपने टाइपराइटर पर काम करते हुए आया।
  • आजकल के मोबाइल फ़ोन पर नेट बैंकिंग, वेब सर्फिंग, वीडियो स्ट्रीमिंग और वीडियो गेम जैसी सुविधाओं का आनंद लिया जा सकता है।
  • अफ्रीका मे जितना पानी और बिजली का कनैक्शन नही है, उससे ज्यादा वहाँ के लोगों के पास मोबाइल फोन है।
  • दुनिया की सबसे तेजी से बढ़ने वाली इंडस्ट्री मोबाइल इंडस्ट्री ही है।
  • शोध में पता चला है कि स्मार्टफ़ोन का उपयोग करने वाले लोग प्रतिदिन औसतन 12 मिनट फ़ोन कॉल्स पर खर्च करते हैं और 110 बार मोबाइल को अनलॉक करते है।
  • दुनिया का सबसे महंगा फोन स्‍टॉट ह्यूज डायमंड रोज आईफोन 4 है जिसकी कीमत 7,850,000 डॉलर है। इस फोन में 100 कैरेट के 500 डायमंड लगे हुए हैं। फोन का बैक कवर में रोज गोल्‍ड का बना हुआ है जबकि एप्‍पल को लोगों 53 डायमंड का बना हुआ है।

 

FAQ’s about mobile phone in Hindi

सवाल :- स्क्रीन टच मोबाइल का आविष्कार किसने किया?

दुनिया का पहला स्क्रीन टच स्मार्टफोन का निर्माण आईबीएम और अमेरिका की फोन निर्माता कंपनी बेलसेल्फ द्वारा बनाई गई थी। इस फोन को IBM Simon नाम दिया गया था, जिसे वर्ष 1992 में लॉंच किया गया था। उस समय इसकी कीमत 900 डॉलर (लगभग 67 हजार) थी, जिसका 50,000 सेट बिकी थी।

डिज़ाइन में यह स्मार्टफोन अब तक के पहले वाले फोन से काफी अलग था। करीब आधे किलोग्राम वजन वाले इस फोन की लंबाई 23 सेंटीमीटर थी और उसका स्क्रीन हरे रंग की थी। जो दुनिया की पहली स्क्रीनटच मोबाइल थी।

सवाल :- Jio मोबाइल का आविष्कार किसने किया?

रिलायंस जियो के संस्थापक और भारत के सबसे अमीर व्यक्ति मुकेश अंबानी ने Jio Mobile का आविष्कार किया था, हालाँकि की इस मोबाइल को बनाने में इंजीनियरों ने अपना योगदान दिया, लेकिन टीम लीडर होने के कारण इसका श्रेय मुकेश अंबानी जी को ही जाता है।

सवाल :- मोबाइल का आविष्कार किसने किया और कब?

मोबाइल का आविष्कार एक अमेरिकन इंजीनियर मार्टिन कूपर ने 03 अप्रैल 1973 को किया था जिसका नाम Motorola DynaTAC था। जो मार्केट में 1974 में लॉंच की गई थी और इसकी कीमत 2 लाख 80 हजार रुपए थी।

सवाल :- भारत में सबसे पहले कौन सा मोबाइल आया था?

पश्चिम बंगाल के तत्कालीन मुख्यमंत्री ज्योति बसु ने पूर्व केंद्रीय संचार मंत्री सुखराम से 31 जुलाई 1995 को पहली बार मोबाइल कॉल कर बात की थी। भारत में यह पहला फोन कॉल दिल्ली के संचार भवन से कोलकाता के राइटर्स भवन के बीच कनैक्ट हुआ था,

जिसके बाद ही पूरे देश में सेलुलर कॉल और नेटवर्क मोबाइल सेवा का संचालन का शुभारंभ हुआ था। इस सर्विस को लोगों तक पहुंचाने में नोकिया के हैंडसेट की मदद ली गई थी।

सवाल :- एंड्राइड मोबाइल भारत में कब आया?

भारत में सबसे पहला मोबाइल फोन 22 अक्टूबर 2008 को लॉन्च किया गया था और इसे लॉन्च करने वाली कंपनी HTC थी और कंपनी ने एंड्राइड स्मार्टफोन HTC t-Mobile G1 लॉन्च किया था जिसे HTC Dream नाम से भी जाना जाता है।

सवाल :- मोबाइल की सबसे अच्छी कंपनी कौन सी है?

मोबाइल की सबसे अच्छी कंपनी के नाम में Samsung, Apple, Huawei, Oppo, Vivo, Xiaomi, Oneplus, Lenevo और Realme प्रमुख है।

 

Conclusion

इस लेख में आपने आप मोबाइल का आविष्कार किसने किया था और कब के बारें में जाना। आशा करते है आप मोबाइल से जुड़े रोचक तथ्य | interesting facts related to mobile की पूरी जानकारी जान चुके होंगे।

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