MSME Full form in Hindi | MSME का फुल फॉर्म क्या है

MSME full form in hindi भारतीय अर्थव्यवस्था की रीढ़ के नाम से जानने वाला MSME के बारें में क्या आप जानते है कि What is MSME and full form of MSME in hindi क्या होती है।

आप भी MSME के बारें में पूरी जानकारी जानना चाहते है तो आपके लिए यह आर्टिकल खास साबित हो सकती है।

दुनिया के किसी भी देश की economy का बड़ा हिस्सा MSME से जुड़ा होता है। Indian Economy में MSME GDP का 31% से अधिक का योगदान करती है और 49% से अधिक का other country में export करती है।

भारत सरकार MSME से जुड़े हुये लोगों को कई तरह का दूसरों से अधिक सुविधा उपलब्ध करवाती है, क्योंकि यही एक ऐसा sector है, जिससे economy पर दबदबा बना हुआ रहता है।

 

MSME Full form in Hindi | MSME का फुल फॉर्म क्या है
MSME Full form in Hindi | MSME का फुल फॉर्म क्या है

 

MSME क्या है | What is MSME in Hindi

MSME का full form Micro, Small, Medium Enterprises होती है, जिसे हिन्दी में सूक्ष्म (Micro), लघु (Small), मध्यम (Medium) उद्योग कहते है।

MSME वैसी उद्योग को कहा जाता है जो स्थानीय, निवसीय स्तर पर किया जाता है। इस तरह के उद्योग में कम लागत, कम जगह, कम लोगों की आवश्यकता होती है। भारत सरकार इस तरह के उद्योग को काफी बढ़ावा देती है।

Ministry of MSME के तहत, भारत सरकार सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्योग करने के लिए आर्थिक सहायता प्रदान करती है

इसके साथ ही प्रॉडक्ट की ब्रांडिंग और मार्केटिंग में सहायता कर उसे दूसरे देशों में बढ़ावा देती है और जो भी संभवत: मदद होती है भारत और राज्य सरकार अपनी ओर से करती है।

 

MSME के प्रकार | Types of MSME in Hindi

MSME को मुख्यत: दो प्रकार में विभाजित किया गया है:-

  1. Manufacturing Industry (विनिर्माण उद्योग) :- वैसा उद्योग जिसमें किसी नये प्रॉडक्ट का निर्माण किया जाता हो उसे, विनिर्माण उद्योग कहते है।

जैसे:-  चॉकलेट की फैक्ट्री, ब्रेड की फैक्ट्री, बिस्कुट की फैक्ट्री इत्यादि

  1. Service Sector (सेवा उद्योग) :- वैसा उद्योग जिसमें किसी प्रॉडक्ट को सेवा के रूप में बेचना और उसका उद्योग करना ही सेवा उद्योग कहलाता है।

जैसे:- ब्रेड, बिस्कुट, चॉकलेट इत्यादि

वर्तमान की भारत सरकार ने MSME sector पर काफी जोड़ दिया है और एमएसएमई अधिनियम 2006 में संसोधन कर इसमें अन्य कई सेवा को जोड़ा है। हम आगे MSME Act 2006 के बारें में और वर्तमान act के बारें में विस्तार से चर्चा करने वालें है।

MSME अधिनियम 2006 की परिभाषा

पहले की तरह अभी भी MSME को दो प्रकारों में विभाजित किया गया है, लेकिन उद्योग निवेश में बदलाव किया गया है। सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्योग में विनिर्माण और सेवा उद्योग में अलग-अलग परिभाषा दिया गया था जो निम्न है:-

 

विनिर्माण उद्योग 2006 की परिभाषा

सूक्ष्म विनिर्माण उद्योग की परिभाषा इस तरह के उद्योग में 25 लाख तक का मशीन और कच्चा माल इस्तेमाल कर प्रॉडक्ट बनाने वाली कंपनी को सूक्ष्म विर्निमाण उद्योग अधिनियम 2006 के तरह परिभाषा दिया गया था।

लघु विनिर्माण उद्योग की परिभाषा इस तरह के उद्योग में 25 लाख से लेकर 5 करोड़ रुपए तक का मशीन लगाकर निवेश करने वाली उद्योग को एमएसएमई 2006 के तहत इसे लघु विनिर्माण उद्योग की परिभाषा दिया गया था।

मध्यम विनिर्माण उद्योग की परिभाषा 5 करोड़ से 50 करोड़ तक का मशीन लगाने वाली विनिर्माण उद्योग को MSME 2006 के तहत इसे मध्यम विनिर्माण उद्योग की परिभाषा दिया गया था।  

 

सेवा उद्योग 2006 की परिभाषा

सूक्ष्म सेवा उद्योग की परिभाषा इस तरह के उद्योग में 25 लाख तक का रुपया निवेश किया गया हो और 25 लाख तक का सालाना उद्योग का टर्नओवर रहा हो, उसे MSME 2006 में सूक्ष्म सेवा उद्योग के नाम से जाना गया था।

लघु सेवा उद्योग की परिभाषा 25 लाख से 5 करोड़ तक नए उद्योग को लगाने में किया गया निवेश और उसके अंदर ने सालाना लाभ देने वाली उद्योग को MSME 2006 में लघु सेवा उद्योग के नाम से जाना गया था।

मध्यम सेवा उद्योग की परिभाषा 5 करोड़ से लेकर 50 करोड़ तक नए उद्योग में किया गया सेवा उद्योग को मध्यम सेवा उद्योग के नाम से जाना गया था।

 

MSME 2020 की परिभाषा

जैसा की हमने आपको पहले बताया था कि भारत सरकार MSME को बढ़ावा देने के लिए इसमें कई तरह के संसोधन 2020 में किया है, जिससे इसका परिभाषा भी बदल चुका है, जो निम्नलिखित है:-

सूक्ष्म उद्योग 1 करोड़ तक का निवेश और साल में 5 करोड़ तक का टर्नओवर करने वाली उद्योग को सूक्ष्म उद्योग का दर्जा दिया गया है। इसमें विनिर्माण और सेवा उद्योग दोनों को शामिल किया गया है।

लघु उद्योग 10 करोड़ तक का निवेश और साल में 50 करोड़ तक का टर्नओवर करने वाली उद्योग को लघु उद्योग का दर्जा दिया गया है। इसमें भी विनिर्माण और सेवा उद्योग दोनों को एक साथ शामिल किया गया है।

मध्यम उद्योग 30 करोड़ तक का निवेश और 100 करोड़ तक का टर्नओवर करने वाली उद्योग को मध्यम उद्योग का दर्जा दिया गया है। इसमें भी विनिर्माण और सेवा उद्योग दोनों को शामिल किया गया है।

 

Benefits of MSME in hindi

एमएसएमई का लाभ इसका कई लाभ है, अगर आप भी MSME के लिए खुद का पंजीकरण करवाते है तो भारत सरकार और आपके राज्य सरकार से निम्न तरह के लाभ प्रपट होते है:-

  1. MSME में register उद्धमी को business loan के मुक़ाबले 1-1.5% तक का कम Bank interest पर loan मिल जाती है तथा इस तरह के loan को जल्द से जल्द स्वकृति प्रदान की जाती है।
  2. राज्य सरकार ऐसी उद्योग को छूट प्रदान करती है औद्योगिक, बिजली और ब्याज पर सब्सिडी भी उपलब्ध कराती हैं इसके साथ ही बिक्री कर में छुट भी प्रदान करती है।
  3. सरकार इसके लिए एक अलग से मंत्रालय बना रखी है, जिससे MSME में रजिस्टर करने वालें लोगों को जल्द से जल्द सुविधा प्रदान की जाती है और यह सत्य भी है।
  4. सरकार खुद MSME को बढ़ावा देने के लिए प्रॉडक्ट का मार्केटिंग अलग-अलग जगह पर करती है।
  5. पेमेंट protection पूरी सरकार की नज़र में होती है जिससे यह और सुरक्षित हो जाती है।
  6. ओवेरड्राफ्ट में ब्याज दर की छुट प्रदान की जाती है।
  7. अपने भारतीय प्रॉडक्ट की गुणवत्ता बढ़ाने के लिए भारत सरकर MSME sector में technology को अत्यधिक बढ़ावा दे देती है।

 

 Contribution of MSME Sector in the Indian Economy

  1. भारत की GDP में MSME sector अकेले 31% तक योगदान करता है, इसलिए इसे Indian economy का back bon भी कहा जाता है।
  2. अकेले MSME 120 मिलियन से अधिक लोगों को रोजगार दे रखा है।
  3. भारत के सकल घरेलू उत्पाद में यह 8% तक का योगदान देता है।
  4. भारत के कुल निर्यात में 45% सिर्फ MSME ही देती है।
  5. यह देश में रोजगार सृजन करने का सबसे बड़ा क्षेत्र है।

 

MSME registration document name

  1. आधार कार्ड
  2. पैन कार्ड
  3. उद्योग का नाम या इसका कोई पंजीकृत डॉक्युमेंट्स
  4. Business या खुद का बैंक अकाउंट
  5. दो सालों तक का उद्योग में हुई खरीद बिक्री का डॉक्युमेंट्स
  6. पासपोर्ट साइज़ फोटो
  7. नॉमिनी में दो लोगों का नाम और उनका डॉक्युमेंट्स
  8. शपथ पत्र
  9. एनओसी
  • जहां पर उद्योग कर रहें है उस जमीन का डॉक्युमेंट्स

 

MSME में register कैसे करें | How to register MSME in hindi

अगर आप भी खुद को MSME में register कर अपना खुद का उद्योग का शुरुआत करना चाहते है तो आप इसके लिए बड़े ही आसानी से पंजीकृत कर सकते है, इसके लिए आपको नीचे दिया गया स्टेप को follow करना होगा:-

  1. सबसे पहले MSME Registration Portal पर जाये।
  2. फिर यहाँ अपना आधार नंबर और अपना नाम लिखकर validate & Generate OTP पर क्लिक करें।
  3. आधार कार्ड में पहले से पंजीकृत मोबाइल नंबर पर आये ओटीपी टाइप करके आप new register वालें page पर redirect हो जाएंगे।
  4. यहाँ एक form open होगी, यहाँ पुछे गए अपने और अपने बिज़नस के बारें में जानकारी fill करें और submit button पर click करें।
  5. आपके द्वारा दिये गये ईमेल आईडी पर आपका MSME certificate send कर दी जायेगी। जिसमें आपका MSME registration number और आपका business के बारें में लिखा होगा।

तो देखा आपने MSME (Micro Small Medium enterprises) sector हमारें देश के लिए कितना ज्यादा लाभकारी है। अनुमान यह लगाया जा रहा है कि MSME act 2020 को लेकर इस sector में और अधिक उछाल आने वाली है, जिससे देश का GDP बढ़ने में अधिक मदद मिल सकती है।

 

अंतिम शब्द

आपने इस आर्टिकल में What is MSME and full form of MSME in hindi के बारें में जाना। आशा करता हूँ आपको एमएसएमई के बारें में पूरी जानकारी | MSME full details in hindi के बारें में पूरी जानकारी प्राप्त हो गई होगी।

आपको लगता है कि इसे दूसरे के साथ भी Share करना चाहिए तो इसे Social Media पर सबके साथ इसे Share अवश्य करें। शुरू से अंत तक इस Article को Read करने के लिए आप सभी का तहेदिल से शुक्रिया…

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