कौनसी फिल्में चल रही है – Kaunsi Filmain Chal Rahi Hai in Hindi

कौनसी फिल्में चल रही है  : इस लाइन का मतलब दो अलग अलग अर्थों में हो सकता है। पहला तो यह कि हम कौन कौन सी फिल्में वर्तमान में सिनेमा घरों और मल्टीप्लेक्स या ओटीटी ( ओवर दी टॉप ) मानकों पर देख सकते हैं। 

और दूसरा कि किस प्रकार की फिल्में अभी ज्यादा पैसे कमा पा रही हैं, ज्यादा दर्शकों को अपनी तरफ खींच पा रही हैं मतलब हिट या सुपर हिट या ब्लॉकबस्टर फिल्में बन पा रही हैं

 या एक औसत दर्जे की ही फिल्म बन के रह जा रही हैं, या दर्शकों को रिझाने में बिल्कुल ही नाकाम हो जा रही हैं। 

 

Kaunsi Filmain Chal Rahi Hai
Kaunsi Filmain Chal Rahi Hai in Hindi

 

विषय

कौनसी फिल्में चल रही है कैसे पता करें रेटिंग

ऐसे बहुत से वेबसाइट और ब्लॉक हैं जिन पर वर्तमान में रिलीज सभी फिल्मों के रिव्यू और रेटिंग इत्यादि की जानकारी आसानी से मिल जाती है |

साथ ही उससे जुड़े कलाकार और निर्माता-निर्देशक इत्यादि की जानकारी भी यह स्रोत देते हैं | ऐसे ही कुछ स्रोतों की जानकारी नीचे दी गई है

 

IMDB से पता चलेगा कौनसी फिल्म चल रही है 

फिल्म रिव्यू और रेटिंग के मामले में यह विश्व का सबसे ज्यादा भरोसेमंद स्रोत है। IMDb का पूर्ण रूप इंटरनेट मूवी डेटाबेस है। यह 1990 से शुरू हुआ है। फिल्मों के अतिरिक्त वेब सीरीज, टीवी कार्यक्रमों और यूट्यूब वीडियो की भी समीक्षा प्रस्तुत करता है। 

आईएमडीबी अधिकतम 10 के पैमाने की रेटिंग देता है जिसमें 6.5 या उससे अधिक आने वाली फिल्में बहुत अच्छी मानी जाती हैं

भारतीय फिल्मों में जय भीम 9. 5 की रेटिंग के साथ 2021 की टॉप रेटेड फिल्म है जबकि एसपी रेंट 9.7 की रेटिंग के साथ सब शीर्ष की वेब सीरीज है

IMDb किसी फिल्म के हिट या फ्लॉप होने की समीक्षा नहीं करता वह फिल्म की कहानी और लोगों के बीच उस फिल्म की लोकप्रियता की व्याख्या करता है 

कुछ फिल्में आईएमडीबी पर बहुत कम रेटिंग प्राप्त किए हैं परंतु उन फिल्मों ने बहुत अच्छा खासा पैसा कमाया है और किसी भी फिल्म के हिट या फ्लॉप होने का पैमाना उस फिल्म का भारत सहित वैश्विक स्तर पर की गई कुल कमाई के अनुसार निकाला जाता है

कौन सी फिल्म में चल रही हैं यह इस बात से समझ आता है कि कौन सी फिल्म ने ली सोने के बाद कितनी कमा की है

 

The Times of India से पता कर सकते है कौन सी फिल्मे चल रही है 

अपने का अखबार में द टाइम्स ऑफ इंडिया इंटरटेनमेंट के नाम से एक अलग भाग निकालता है 

टाइम्स ऑफ इंडिया भारत के सबसे पुराने समाचार पत्रों में से एक है और अपने साथ कुछ बेहतरीन फिल्म क्रिटिक्स के सहयोग से बहुत से फिल्मों के अच्छे रिव्यू और संबंधित रेटिंग हमें जारी करता है 

टाइम्स ऑफ इंडिया एंटरटेनमेंट 5 के पैमाने में रेटिंग देता है वर्तमान में चल रही राजकुमार राव और भूमि पेडणेकर अभिनीत बधाई दो फिल्म को टाइम्स ऑफ इंडिया इंटरटेनमेंट ने 4.0 की रेटिंग दी है 

 

The Quint –

यह एक डिजिटल समाचार मंच है फिल्म के अतिरिक्त अन्य कई मुद्दों पर भी अपने विचार लिखते हैं

हर समाचार दाता मंच की तरह The Quint भी फिल्मों और वेब सीरीज अर्थात मनोरंजन से संबंधित किसी भी प्रकार के समाचार के लिए एक अलग भाग रखता है।

जिसके अंतर्गत फिल्म के कलाकारों के साथ साक्षात्कार, फिल्म के ट्रेलर का रिव्यू फिल्म का रिव्यू कलाकारों की कला या अभिनय का रिव्यु इत्यादि शामिल हैं

 

Rotten Tomatoes

रोटेन टोमेटोस अमेरिका आधारित फिल्म रिव्यू के लिए एक विशेष मंच है। यह 100% पैमाने के आधार पर रिव्यू एवं रेटिंग देता है।

जैसे मंच पर कोई खराब अभिनय करता है तो लोग उससे पर सड़े हुए टमाटर फेंकते हैं बस इसी नाम को लेकर रोशन टमाटो शुरू किया गया था रोटन टमाटो में जितना अधिक प्रतिशत रिव्यू में मिलता है

 वह फिल्म उतने ही सफल होती है कम प्रतिशत के रिव्यु का अर्थ है फिल्म असफल है। रोटन टमाटो का विचार एक कनाडाई फिल्म से आया था

 

Book My Show 

बुक माय शो के द्वारा भी वर्तमान में चल रही फिल्म के पक्ष में डाले गए वोटों का प्रतिशत और वोटों की लगभग संख्या देख सकते हैं।

बुकमायशो कुछ हद तक यह आंकड़े भी बता देते हैं कि फिल्म ने अच्छी कमाई की है या नहीं | क्योंकि बुक माय शो पर टिकट बुकिंग करने वाले ही उस फिल्म का वोटिंग और रिव्यु कर सकते हैं

 

सिनेमाघरों की स्वयं की वेबसाइट या एप्लीकेशन

सिनेमाघर अपने स्वयं के वेबसाइट या एप्लीकेशन पर वर्तमान में चल रही फिल्मों की एक सूची जारी करता है।

 इस सूची में फिल्म के पक्ष में किए गए वोटिंग की संख्या होती है यह वोटिंग संख्या भी बताती है कि कौन सी फिल्म चल रही है

 

फिल्म क्रिटिक्स द्वारा

फिल्म क्रिटिक्स का काम है फिल्मों को रिव्यू करना और उन्हें रेटिंग देना होता है अलग-अलग समाचारों टीवी कार्यक्रमों यूट्यूब इत्यादि

पर अलग-अलग मंचों की ओर से या स्वयं के मंच से फिल्म क्रिटिक्स किसी भी फिल्म का रिव्यू और रेटिंग बताते हैं जरूरी नहीं कि यह रेटिंग बहुत सही हो या एकदम सटीक बैठे यह रेटिंग व्यक्तिगत होती है।

और इसके गलत होने की भी संभावना बहुत होती है फिल्म क्रिटिक्स सही फिल्म रिव्यू के विश्वसनीय स्रोत नहीं है क्योंकि इनके ऊपर पैसे लेकर एक खराब फिल्म को भी अच्छा रिव्यु देने जैसे आरोप लगते रहे हैं

 

कौन सी फिल्म चल रही है सिनेमाघरों में चल रही फिल्मों के बारे में कैसे पता करें

स्थानीय सिनेमाघरों में फोन द्वारा संपर्क करके या जाकर पूछताछ करके यह सबसे आसान तरीका है कि व्यक्ति जाए या फोन करके अपने स्थानीय सिनेमाघरों में लगी हुई फिल्म के बारे में पता कर सकते हैं।कि अभी कौन सी फिल्में चल रही है।

 

गूगल सर्च

दुनिया में किसी भी प्रकार की जानकारी के लिए व्यक्ति सबसे पहले गूगल के पास ही जाता है अर्थात गूगल का उपयोग ही करता है।

 गूगल पर लिखकर या वॉइस कमांड के द्वारा भी वर्तमान में सिनेमाघरों में चल रही फ़िल्मों के बारे में पता लगाया जा सकता है गूगल सभी संभावित तरीकों से वर्तमान में कौन सी फिल्म चल रही है 

इसकी सटीक जानकारी देता है गूगल एक सर्च इंजन इसलिए स्वयं कोई जानकारी नहीं देता बल्कि इंटरनेट पर उपलब्ध सभी जानकारियों का हमारे सामने रख देता है

 

बुक माय शो

बुकमायशो एप्लीकेशन का उपयोग रिव्यू देखने के साथ-साथ फिल्मों की टिकट बुकिंग के लिए भी किया जाता है

बुकमायशो पर हम सिनेमाघरों में वर्तमान में चल रहे सभी फिल्मों के बारे में जानकारी के साथ-साथ उसकी बुकिंग रेटिंग इत्यादि भी देख सकते हैं

बुक माय शो अपनी मनचाही जगह सुनने के बाद मनचाहे फिल्म की टिकट बुकिंग फिल्मों के समय जिस मल्टीप्लेक्स पर फिल्म चल रही है

उसका नाम और उसका सही स्थान इत्यादि सभी दिया होता है व्यक्ति ऑनलाइन माध्यम से यहां टिकट भी खरीद सकता है।

 

सिनेमाघरों के स्वयं के मंच 

विभिन्न सिनेमाघर जैसे पीवीआर इत्यादि का स्वयं का वेबसाइट एवं एप्लीकेशन जैसे मंच होते हैं। जिन पर सिनेमाघर में वर्तमान में लगी हुई फिल्में उनके सकारात्मक वोटिंग रिव्यु के साथ देखे जा सकते हैं

 

टेलीविजन पर आने वाले विज्ञापन 

अक्सर विज्ञापनों के माध्यम से फिल्म निर्माता अपनी फिल्म को लोगों के जानकारी में लाने के लिए प्रयास करते हैं

यह विज्ञापन टीवी कार्यक्रमों के दौरान बीच-बीच में चलते रहते हैं जिससे यह पता चलता है कि वर्तमान में कौन-कौन सी फिल्में सिनेमाघरों में लगी हुई हैं 

 

रेडियो एफएम कार्यक्रम

एफएम पर संचालित कार्यक्रमों पर वर्तमान में चल रहे फिल्म के कलाकारों द्वारा इंटरव्यू या विज्ञापन के माध्यम से भी अभी कौन सी फिल्म चल रही है।

इसके बारे में पता चलता है आमतौर पर फिल्म के कलाकार किसी प्रसिद्ध एफएम कार्यक्रम में अपने फिल्म के प्रमोशन के लिए आते हैं या रेडियो जॉकी के द्वारा इंटरव्यू के लिए बुलाए जाते हैं 

कभी कभी फिल्म रिलीज होने के बाद तो कभी-कभी फिल्म रिलीज होने के कुछ दिन पहले ही यह इंटरव्यू या प्रमोशन का कार्यक्रम रखा जाता है 

 

यूट्यूब के कुछ चैनलों द्वारा फिल्म रिव्यू के वीडियो के माध्यम से

बहुत से यूट्यूब पर वर्तमान में सिनेमाघरों में चल रही फिल्मों के ऊपर रिव्यु वीडियो बनाते हैं।

इसके माध्यम से हमें उस फिल्म के अच्छे और कमजोर तत्वों के साथ साथ उस फिल्म के बारे में भी बहुत सी जानकारी मिलती है

 

easymovies.in 

यह भी फिल्मों से संबंधित जानकारियों की एक बहुत ही अच्छी वेबसाइट है। जिसके द्वारा आप आज कौनसी फिल्में चल रही हैऔर इससे संबंधित जानकारी भी आप प्राप्त कर सकते हैं

 

Ticket4u.in

यह सबसे विश्वशनीय वेबसाइटों में से एक है जहां कोई भी व्यक्ति वर्तमान में कौन सी फिल्म चल रही है, उसकी जानकारी प्राप्त कर सकता है।

 

वर्तमान में कौन सी फिल्म चल रही है फिल्म के टिकट कैसे बुक करें

सिनेमा घरों में वर्तमान में कौन सी फिल्म चल रही है, और यदि हम उन फिल्मों को देखना चाहते हैं तो सिनेमाघरों में टिकट खरीदने के लिए बहुत से विकल्प हैं 

भारत में दो सबसे भरोसेमंद मंच बुक माय शो और पेटिएम ही हैं जिससे कोई भी व्यक्ति फिल्मों के टिकट बुक कर सकता है

 

कैसे पता करे की कोई फिल्म हिट है या फ्लॉप

हिट या फ्लॉप किसी फिल्म की वित्तीय सफलता का एक पैमाना होता है। फिल्मों के संदर्भ में लाभ या हानि का निर्धारण करना बहुत जटिल प्रक्रिया है। 

किसी भी फिल्म को हिट फ्लॉप सुपरहिट ब्लॉकबस्टर की श्रेणी में डालने से पहले उसके बारे में कुछ बातों को जान लेना चाहिए

फिल्में, निर्देशक निर्देशन में बनती है किंतु वित्तीय रूप से निर्माता ही फिल्म बनाता है। कभी कभी फिल्म निर्माता ही वितरक होते हैं।

या वितरण कंपनियों द्वारा ही फिल्मों का निर्माण किया जाता है तो कभी कभी फिल्म के निर्माता वितरण कंपनियों को फिल्म के राइट्स बेच देते हैं और अपना लाभ कमाते हैं

फिल्म के निर्माताओं के लिए फिल्म पहले से ही हिट हो चुकी होती है क्योंकि फिल्म निर्माता वितरकों को फिल्म भेज कर उससे पहले ही लाभ कमा चुके होते हैं।

लेकिन केवल निर्माता के लाभ से ही फिल्मों को हिट या फ्लॉप निर्धारित करना उचित नहीं है | क्योंकि वितरण के बाद भी फिल्म को बहुत अधिक लाभ कमाना होता है

आमतौर पर वितरक फिल्म के टिकटों को बेचने और फिल्म और उसके गानों को हिट कराने के लिए अलग-अलग प्रकार से प्रचार करते हैं

जिसमें टीवी कार्यक्रमों के द्वारा प्रचार, सोशल मीडिया के द्वारा प्रचार और पोस्टर होर्डिग आदि का उपयोग भी किया जाता है

वितरक टीवी राइट्स सेटेलाइट राइट्स ओटीटी राइट्स और संगीत के राइट्स बेच कर भी लाभ कमाते है। फिल्म के वितरक फिल्मों को हर क्षेत्र के उप वितरकों में भी बांटते हैं या उन्हें सीधे ही बेच देते हैं।

वर्तमान में पूरे देश को 11:00 अलग-अलग वितरण क्षेत्रों में बांटा गया है जिस एक वितरण क्षेत्र में 14 से अधिक उप वितरक होते हैं।

उप वितरक यह वितरक उन फिल्मों के राइट्स को सिनेमाघरों को देते हैं सिनेमाघरों में टिकट के बिक्री से जो आए होती है।

 उसे फिल्म की सकल आय कहते हैं परंतु इन टिकटों से प्राप्त आय में राज्य और केंद्र सरकार को मनोरंजन कर भी देना होता है

मनोरंजन कर का भुगतान करने के बाद सिनेमाघर के संचालक उप वितरकों और वितरकों के साथ प्रत्यक्ष या परोक्ष रूप से लाभ का साझा करते हैं।

वितरकों को प्राप्त राशि फिल्म की शुद्ध आय कहलाती है। यदि शुद्ध आए जिसमें टिकट और राइट्स से प्राप्त आय होती है।

 प्रचार एवं निर्माण के व्यय से अधिक हो, तो फिल्म को एक सफल फिल्म कहा जाता है अन्यथा फिल्म असफल मानी जाती है

इस प्रकार यह कहा जा सकता है कि केवल रेटिंग के आधार पर ही किसी भी ही फिल्मों को हिट या फ्लॉप नहीं कहा जा सकता क्योंकि फिल्मों के हिट या फ्लॉप होने के पीछे बहुत से कारक निर्भर करते हैं।

फिल्म कितने स्क्रीन पर रिलीज हुई फिल्म कितने दिन चली और फिल्म के आसपास कोई दूसरी बड़ी फिल्म रिलीज हुई है या नहीं क्योंकि इससे दर्शक बंट जाते है।

अंत में यदि फिल्म कुल कमाई से 160% अधिक कमाई करती है अर्थात 60% के लाभ पर होती है तो फिल्म को एवरेज माना जाता है यदि फिल्म 70% या उससे अधिक लाभ पर होता है तब फिल्म को हिट माना जाता है 

उसी प्रकार यदि कोई फिल्म अपने लागत से 90% लाभ प्राप्त कर लेता है तो वह फिल्म सुपरहिट हो जाती है और यदि कोई फिल्म अपनी लागत से 2 या 3 गुना या उससे अधिक लाभ प्राप्त करता है

 तो उसे ब्लॉकबस्टर फिल्म कहा जाता है शोले मदर इंडिया गदर कुछ ब्लॉकबस्टर फिल्में हैं 

 

बातें जो किसी फिल्म को हिट या फ्लॉप करने में बड़ी भूमिका निभाती हैं

आजकल कौन सी फिल्म चल रही है, यह कई बातों पर निर्भर करता है

फिल्म के कलाकार ऐसा अक्सर देखा गया है कि फिल्म के कलाकारों के अनुसार भी फिल्म की कमाई कम या ज्यादा होती रहती है

भारतीय समाज की एक बहुत बड़ी मानसिकता है कि हम कहानी से ज्यादा अक्सर बड़े कलाकारों के नाम से ही फिल्म देखने जाते हैं बड़े कलाकार जैसे सलमान यह शाहरुख खान की फिल्मों की कमाई के आंकड़े बहुत ज्यादा है।

भले ही उनके फिल्मों की कहानियां थोड़ी कमजोर हों। अभी-अभी कुछ वर्षों पहले ही यह ट्रेंड लगभग बदलता दिखाई दे रहा है परंतु यह पूरी तरीके से झुठलाया भी नहीं जा सकता है। 


फिल्म का ट्रेलर अक्सर फिल्मों के ट्रेलर धमाकेदार रूप से यूट्यूब इत्यादि पर लांच किए जाते हैं। फिल्मों के ट्रेलर को देखकर लोगों में अच्छा खासा उत्साह बढ़ जाता है जो भविष्य में फिल्म की कमाई पर बहुत बड़ा असर डालता है


फिल्म रिव्यू फिल्म क्रिटिक्स जा किसी अन्य स्रोत द्वारा फिल्मों के जो रिव्यू जनता के सामने रखे जाते हैं। वह भी फिल्म की कमाई को प्रभावित करता है एक अच्छा रिव्यु फिल्म को एक बड़ी हिट फिल्म या बड़े ला की फिल्म बना सकता है


फिल्म के डायरेक्टर कुछ समय पहले तक फिल्म के डायरेक्टर के नाम के ऊपर प्रत्यक्ष रूप से कभी भी फिल्म के हिट होने का दारोमदार नहीं रहता था। परंतु बाहुबली और रोबोट जैसी फिल्में आने के बाद उनके डायरेक्टर के नाम पर भी बहुत सी फिल्में एडवांस बुकिंग कर लेती हैं


फिल्म का प्रकार कौन सी फिल्म हिट हो सकती है या कौन सी फिल्म हिट नहीं हो सकती है | यह उसके विषय वस्तु पर भी बहुत अधिक निर्भर करता है

वर्तमान में एक्शन कॉमेडी जैसी फिल्में बहुत अच्छे से चलती हैं साथ ही एक अच्छी कहानी भी फिल्म को बहुत अच्छा लाभ पहुंचा सकती है3 इडियट्स जैसी फ़िल्में अपने बजट से कई गुना अधिक पैसे कमा चुकी हैं


फिल्मों का भाषाई रूपांतरण – आजकल लगभग हर बड़ी फिल्म अलग अलग भाषाओं में रूपांतरित करके क्षेत्र विशेष में रिलीज की जाती हैं।

जिसमें भारत और बाहर के देश भी सम्मिलित हैं इन तरीकों से भी फिल्में अपनी कमाई का हिस्सा बढ़ा दी हालांकि भाषा का रूपांतरण करवाना एक अतिरिक्त खर्च भी होता है


फिल्म की पटकथा ऐसा अक्सर देखा गया है कि कच्ची पटकथा फिल्म की कमाई को बढ़ाने का सबसे महत्वपूर्ण कारक होता है | आजकल बायोपिक और लीक से हटकर फिल्मों की जैसे बाढ़ सी आ गई है  

कुछ अच्छे कलाकारों के साथ बेहतरीन अदाकारी करते हुए कम बजट की फिल्में भी एक अच्छा व्यापार कर लेती हैं


टिकटों की कीमत – फिल्मी सिंगल स्क्रीन की जगह यदि ज्यादा मल्टीप्लेक्स में रिलीज होती हैं तो उनकी कमाई का आंकड़ा बढ़ जाता है

क्योंकि मल्टीप्लेक्स में टिकटों की कीमत सिंगल स्क्रीन की तुलना में अधिक होती है जो फिल्मों को टेलीविजन पर कुछ समय बाद प्रसारित किया जाता है

तो फिल्म निर्माता उससे भी पैसे कमाते हैं जो उनके अतिरिक्त आय का साधन होती है और जब फिल्में टेलीविजन पर प्रसारित की जाती हैं उन फिल्मों की रॉयल्टी निर्माताओं को मिलती रहती है


स्पेशल इफेक्ट और वीएफएक्स फिल्म का छायांकन किस प्रकार हुआ है इसकी मैं एक बहुत बड़ा भाग वीएफएक्स और स्पेशल इफेक्ट्स भी निभाता है | आजकल बड़ी बजट की फिल्में अक्सर एक बहुत बड़े वीएफएक्स या स्पेशल इफेक्ट के साथ आती हैं जिसकी वजह से यह देखने में और भी रोचक लगता है 

और अपने को बांधे रखता है फिल्म टूटी है या 3डी है यह भी एक बहुत बड़ा कारक है


प्रचार – प्रचार के विभिन्न माध्यमों जैसे, फेसबुक, इंस्ट्राग्राम, यूट्यूब के साथ साथ फिजिकल प्रचार जैसे पोस्टर बैनर इत्यादि और विभिन्न टीवी कार्यक्रमों में जाकर भी फिल्मों का प्रचार किया जाता है।

प्रचार जितना अधिक होता है फिल्म के हिट होने की संभावना उतनी अधिक होती है का भी जाता है प्रचार है तो व्यापार है यह बहुत ही सशक्त माध्यम है।

जिसके द्वारा किसी भी फिल्म की कमाई के आंकड़ों को बहुत अधिक बढ़ाया जा सकता है इसके अतिरिक्त फिल्मों के छोटे-छोटे थिएटर कुछ भी लिख कर दिए जाते हैं।

यह एक दूसरा प्रकार होता है जो आजकल बहुत चर्चा में है जिसके द्वारा फिल्म के प्रति लोगों की जिज्ञासा बढ़ा दी जाती है लेकिन प्रचार माध्यमों में अतिरिक्त वह भी होता है


इस प्रकार हम कह सकते हैं कि अभी कौनसी फिल्में चल रही है इसके बारे में बहुत से ऐसे कारक होते हैं जिससे हम नकार देते हैं

या जिसके बारे में हमें बहुत कम जानकारी होती है भारत विश्व का सबसे बड़ा फिल्म उद्योग है परंतु भारत के फिल्म उद्योग की कुल कमाई विदेशों के फिल्म उद्योगों की कमाई से आनुपातिक रूप से कम है 

ऐसा इसलिए है क्योंकि उपरोक्त लिखे हुए बहुत से कारक भारत की फिल्मों पर प्रत्यक्ष या परोक्ष रूप से नकारात्मक असर भी डालते हैं साथ ही साथ टिकट ओके कीमत भी एक बहुत बड़ा तथ्य है की भारतीय फिल्में भारतीय बाजार पर कितनी कमाई करती हैं

वह विदेशी फिल्में अपने बाजार पर जितनी कमाई करते हैं उससे आनुपातिक रूप से कम होता है

क्योंकि भारत में टिकटों की दर अन्य देशों की तुलना में बहुत कम है 

फिल्म पायरेसी एक बहुत बड़ा कारक है जो फिल्मों की कमाई को बहुत कम कर देता है फिल्मों को सीडी डीवीडी या ऑनलाइन किसी भी प्रकार से मुफ्त में लोगों के लिए उपलब्ध करा दिया जाता है

या बहुत ही कम कीमत पर उपलब्ध कराया जाता है एक प्रकार से है फिल्मों की चोरी ही होती है जो वित्तीय रूप से फिल्मों को बहुत घटा देती है

इस प्रकार कोई भी फिल्म दर्शकों को जितना बांधे रखती है उतना ही ज्यादा वह फिल्म कमाई करती है 

और फिल्म के हिट या फ्लॉप होने पर अन्य सभी कारक केवल सहयोगी हैं परंतु किसी भी फिल्म को हिट या फ्लॉप घोषित करना केवल और केवल उसकी कमाई के ऊपर निर्भर करता है

 

Conclusion

इस लेख में आपने ” कौनसी फिल्में चल रही हैKaunsi Filmain Chal Rahi Hai ” के बारें में जाना। आशा करते है आपको सिनेमा घरो में अभी कौनसी फिल्में चल रही है की पूरी जानकारी जान चुके होंगे।

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इस लेख संबंधित किसी भी सवाल का जवाब पाने के लिए आप निचे कमेंट कर सकते है जिसका हम जरूर जवाब देंगे, शुरू से अंत तक इस Article को Read करने के लिए आप सभी का तहेदिल से शुक्रिया, धन्यवाद

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