स्टेट स्पेसिफिक आईडी क्या है (State Specific Id in Hindi)

State Specific Id in Hindi – राज्य विशिष्ट आईडी उस राज्य के नाम का शॉर्टफॉर्म होता है जिससे उसके नाम को पूरा नही लिखकर दो से तीन लेटर में लिखने की प्रक्रिया को स्टेट स्पेसिफिक आईडी के नाम से जाना जाता है

जो उस राज्य का पहचान भी होता है साथ ही वहाँ रह रहें जनता का identification id भी होता है। आपने इस बात पर गौर किया होगा कि किसी भी रोड गाड़ी नंबर के पहले इंग्लिश का दो लेटर लिखा हुआ रहता है जो उस राज्य के वेहिकल होने का प्रमाण होता है

जिसे सही शब्द में State Specific ID कहा जाता है।

जिससे यह पता चलता है कि भारत के कौन व्यक्ती या गाड़ी किस राज्य का है जो इस आईडी का सही अर्थ होता है अथार्थ स्टेट स्पेसिफिक आईडी किसी भी राज्य के नाम का पहचान होता है

और उसके अंदर रहने वालें व्यक्ति उस आईडी के अधीन आते है।

जिसकी जरूरत आजकल डिजिटल इंडिया हो जाने के कारण हर तरह की सरकारी, निजी योजनाओं इत्यादि में होती है।

जिससे केंद्र सरकार इस आईडी से यह पता कर लेती है कि कौन-सा व्यक्ति किस राज्य के निवासी है और व्यक्ति से किसी भी तरह के दूसरे identity card बनवाने के लिए उनसे उनका स्टेट स्पेसिफिकेशन आईडी माँगा जाता है।

जब भी हम अपने राज्य के अंदर बनने वालें कोई डॉक्युमेंट्स बनवाते है | तब हमें उस राज्य के निवासी सिद्ध करने के लिए स्टेट स्पेसिफिक आईडी हमसे माँगा जाता है जिससे यह पता लग जाता है कि कौन-सा व्यक्ति किस राज्य में निवास करते है।

अधिकतर लोगों को इस विषय पर अधिक पता नही होने के कारण वह इंटरनेट पर स्टेट स्पेसिफिक आईडी क्या होती है | What is State Specific Id In Hindi के बारें में सर्च करने लग जाते है। ऐसा उनके साथ तब होता है

जब वह किसी सरकारी दस्तावेज़ को बनवाना या फिर किसी भी तरह के योजना के लाभ लेने के लिए आवेदन करते है।

जिससे वह e-Shram – State Specific Id Meaning in Hindi के बारें में जानना चाहते है। आप भी उनमे से एक है

जिनको इसके बारें में कुछ भी नही पता है तब इस ब्लॉग लेख में आपको State Specific Id in Hindi के बारें में पूरी जानकारी मिलने वाला है

जिससे आप State Specific Id list 2022 को देख सकते है। इसके लिए इस लेख को शुरू से अंत तक पढ़ते रहें।


State Specific Id in Hindi
State Specific Id in Hindi

 

स्टेट स्पेसिफिक आईडी क्या है (What is State Specific ID in Hindi) 

State Specific Id Meaning in Hindi का मतलब यह आईडी किसी भी राज्य के व्यक्ति विशेष और संपत्ति विशेष की पहचान होती है

जिससे सरकार यह पता लगाती रहती है कि कौन-से व्यक्ति किस राज्य में निवास करता है और वह कितने वर्षों से वहाँ पर रह रहें है।

उनके हर दस्तावेज़ पर उस राज्य के विशिष्ट आईडी नाम अंकित होता है। जिसमें प्रमुख रूप से राशन कार्ड, NFSA card, संभल कार्ड और फैमिली कार्ड इसमें शामिल है।

आसान शब्दों में कहा जाएँ तो, नागरिकता (citizenship) किसी भी राज्य और देश के बीच एक व्यक्ति के बीच का संबंध होता है

जिसके प्रति व्यक्ति निष्ठा रखता है। जिसे उन्हे उस राज्य के निवासी होने का सबूत देने के लिए उनसे उनके राज्य का स्टेट स्पेसिफिक कोड मांगा जाता है।

हालांकि यह भी एक पहचान के रूप में काम आती है परन्तु यह किसी भी प्रकार के आईडेंटिटी कार्ड के जैसा नही होता है

बल्कि उस पर अंकित एक प्रकार का कोड होता है जो यह दर्शाता है कि यह व्यक्ति किस राज्य में निवास करता है और वह उस राज्य में कितने वर्षों से रह रहें है।

हम सभी के पास पहचान-पत्र के रूप में वोटर कार्ड, आधार कार्ड, पैन कार्ड राशन कार्ड (सीमित वर्ग) के पास होता है

जो यह दर्शाता है कि आप भारत के किस राज्य के निवासी है और वहाँ पर चलाने वाली किस-किस योजनाओं का लाभ ले रहें है जिस पर केंद्र सरकार और राज्य सरकार आपकी डैशबोर्ड पर नज़र बनाएँ हुये रखता है।

 

State Specific Id की आवश्यकता क्यों पड़ी

जिस तरह Indian National Identity Card के रूप में सबसे प्रमुख Aadhaar Card होता है

जिससे यह पता लग जाता है कि जिस व्यक्ति के पास आधार कार्ड है वह भारत का नागरिक है, लेकिन आपको बताते चलें भारत के अंदर राज्य सरकार को यह अधिकार नही होता है

कि वह अपने राज्य में निवास कर रहें लोगो को अपना पहचान-पत्र जारी करें। इसका अधिकार सिर्फ केंद्र सरकार के पास ही होता है,

लेकिन यह कैसे पता लगाया जा सकता है कि कौन-व्यक्ति किस भारतीय राज्य में रह रहें है।

आप सोच सकते है कि आधार कार्ड पर जो एड्रेस होता है उससे सरकार को यह तो पता चल ही जाती होगी कि यह व्यक्ति उस राज्य के जन्मजात निवासी है, लेकिन क्या हो आप बिहार, उत्तर प्रदेश, राजस्थान इत्यादि जैसे राज्य के रहने वालें हो

और आपकी पहचान-पत्र पर किसी और राज्य का एड्रेस दिया हुआ है। इस समस्या को ठीक करने के लिए स्टेट स्पेसिफिक आईडी का केंद्र और राज्य सरकार द्वारा कोड लाया गया।

जिससे यह पता चल जाता है कि आप वर्तमान में इस राज्य में रह रहें है

साथ ही वहाँ पर चलने वाली हर तरह की योजनाओं का लाभ ले रहें है। इस आईडी कान्सैप्ट को लाने का सरकार का एक दूसरा नज़रिया भी है जिसमें एक व्यक्ति विशेष द्वारा एक से अधिक राज्य में राशन कार्ड और अन्य योजनाओं के जरिये,

मिलने वाला लाभ को ले लिया जाता है जिस पर अंकुश लगाने के लिए राज्य विशिष्ट आईडी काम आती है। जिससे यह पता लगाया जा सकता है कि कौन-से व्यक्ति वर्तमान में किस राज्य में रह रहें है और वह किस राज्य में कितने सालों से निवास करते है।

जैसा कि आप पहले भी अवगत हो चुके है कि स्टेट स्पेसिफिक आईडी का मतलब उस पहचान से होता है जो यह निर्धारित कर सकें कि आप किसी भी राज्य में कितने वर्षों से रह रहें है।

बेशक हम सभी के पहचान को आधार कार्ड, पैन कार्ड और वोटर कार्ड इत्यादि सुनिश्चित करता है,

लेकिन यह सत्यापित नही करता है कि आप उस राज्य में कितने महीने या वर्षों से रह रहें है। जिस भी आवेदन में आपकी वास्तविक और स्थायी निवास पता को बताना होता है

वहाँ पर स्टेट स्पेसिफिक आईडी की आवश्यकता पड़ती है। जो कई सरकारी योजनों में अब मांगा जाने लगा है, जिसमें ई-श्रम कार्ड और आवास योजना प्रमुख रूप से शामिल है।

 

State specific id के फायदे

आप किस राज्य के नागरिक है यह आपका राशन कार्ड और ड्राइविंग लाइसेन्स ही तय करता है, लेकिन आप किस राज्य में वर्तमान में रह रहें है उसकी पुष्टि राज्य विशिष्ट आईडी कोड के जरिये ही संभव हो पता है।

अगर आप उत्तरप्रदेश के रहने वालें है और आपके सभी पहचान-पत्र पर इस राज्य का ही निवास पता दिया हुआ है, लेकिन आप दूसरे राज्य में रह कर दोनों जगह से लाभ प्राप्त करते है ऐसे में आपकी SSC (स्टेट स्पेसिफिक कोड) यह सत्यापित कर देता है

कि आप उत्तरप्रदेश के निवासी है, लेकिन दूसरे राज्य में प्रवासी मजदूर या नागरिक के रूप में रह रहें है। जिससे सरकार को बहुत सारा फायदा होता है जिससे एक ही व्यक्ति को एक से अधिक राज्यों सरकारों द्वारा मिलने वाला लाभ पर अंकुश या प्रतिबंध लग जाता है

तथा सरकार को यह भी पता चलती रहती है कि आप किस स्टेट के है और किस-किस राज्य या केंद्र सरकार द्वारा चलाएं जा रहें योजना का लाभ ले रहें है या फिर ले चुके है।

हालांकि इस आईडी को आ जाने के बाद सरकार को ही अधिकतर फायदा देखने को मिले है।

 

State specific ID Meaning in Hindi

जब आप इंटरनेट की मदद से सरकार द्वारा चलाये जा रहें e-service का लाभ लेने के लिए ऑनलाइन आवेदन करते है तब आपसे वाला पर आपका नाम और आपकी सभी व्यक्तिगत जानकारी के साथ दस्तावेज़ नंबर मांगता जाता है

उसके साथ ही Personal code या National identification number इसके अलावा स्टेट स्पेसिफिक कोड मांगा जाता है जिससे यह सत्यापित हो जाता है कि आप उस राज्य में वर्तमान समय में रह रहें है।

कुछ शब्दों में कहा जाएँ तो स्टेट स्पेसिफिक आईडी मीन्स वैसा आईडी जिससे आपकी पहचान किसी राज्य के निवासी के रूप में किया जाएँ और यह सत्यापित या खुद को पुष्टि सरकार के सामने खुद को करना ही आप इस राज्य में कितने वर्षो से रह रहें है उसे सरकार को बताने का एक आईडी नंबर होता है।

जो उस राज्य के नाम के पहला लेटर और उसका अंतिम लेटर शामिल होता है (जैसे – Bihar का BR) तो वही कुछ ऐसे भी भारतीय राज्य है जिनका नाम दो शब्दों से मिलकर बना है (Andhra Pradesh का AP) उसे इस तरह से लिखा जाता है

साथ ही कुछ ऐसे भी राज्य के जिनके नाम के पहला और दूसरा या तीसरा लेटर ही उस राज्य का विशिष्ट आईडी कोड होता है (जैसे – Gujarat का GJ) इन सभी उदाहरण को देखकर आप समझ सकते है कि किसी भी राज्य का विशिष्ट आईडी किस तरह से निर्धारण किया जाता है।

 

नार्मल डॉक्यूमेंट और स्टेट स्पेसिफिक आईडी में अंतर  

जो डॉक्युमेंट्स यानि पहचान-पत्र जो केंद्र सरकार के द्वारा जारी किया जाता हो जैसे – आधार कार्ड, पैन कार्ड इत्यादि यह आपकी व्यक्तिगत पहचान को सत्यापित करता है तो वही राज्य विशिष्ट आईडी आपके होम स्टेट के बारें में बताता है।

राशन कार्ड और श्रम कार्ड को राज्य और केंद्र सरकार दोनों द्वारा जारी किया जाता है

जिससे इसमें आवेदन देने के लिए स्टेट कोड इन इंडिया 2022 कीजरूरत पड़ता है। अगर आप इन दोनों दस्तावेजों के अंदर अंतर नही समझ पा रहें है तब इसके नीचे दिया गया अंतर को पढ़ें :

 

Normal Documents State Specific ID
इसे केंद्र सरकार द्वारा जारी करता है जो किसी व्यक्ति विशेष का पहचान होता है जिसमें आधार कार्ड, पैन कार्ड और वोटर कार्ड शामिल है। इसका निर्धारण पहले ही केंद्र और राज्य सरकार ने मिलकर कर लिया है जिससे यह आईडी किसी भी राज्य में रह रहें व्यक्ति का प्रमाण होता है।
इससे यह पता नही लग सकता है कि कौन व्यक्ति इस समय किस राज्य मे है बल्कि इससे जब भी वह किसी भी योजना के लाभ लेने के लिए ऑनलाइन आवेदन देगा, तब उसे वहाँ पर अपना वर्तमान स्टेट स्पेसिफिक आईडी देना जरूरी होता है।
यह व्यक्ति के पहचान को सत्यापित करता है लेकिन यह उस व्यक्ति को राज्य में रहने का
इसका पहचान-पत्र संख्या सभी व्यक्ति के लिए अलग-अलग होता है बल्कि यह राज्य के नाम पर सिर्फ एक ही होता है।
यह करोड़ों की संख्या में सरकार द्वारा जारी किया जा चुका है परन्तु, भारत में जितने राज्य और केंद्र-शासित प्रदेश है सिर्फ उनके लिए ही, जिसकी संख्या मात्र 37 ही है।
सरकार द्वारा इसे हर दिन नए आवेदकों के लिए जारी किया जाता है बल्कि इसे एक बार ही जारी किया जा सकता है।
इसमें एक व्यक्ति का उसके जीवन-काल में सिर्फ एक ही पहचान-पत्र संख्या बन सकती है लेकिन इसमें राज्य विभाजन के वक्त, नयें बने राज्य के लिए एक अलग स्टेट स्पेसिफिक आईडी किया जा सकता है।
अपने आधार कार्ड से किसी कार्य को करता है तब सरकार को उसका लोकेशन पता नही होता है। लेकिन अपने राशन कार्ड से दूसरे किसी राज्य से भी हर महीने मिलने वाला राशन लेता है तब सरकार को उसका लोकेशन पता चल जाती है।

 

ई-श्रम स्पेसेफिक आईडी क्या है (State Specific Id E Shram in Hindi)

केंद्र सरकार ने असंगठित क्षेत्र के श्रमिकों के लिए ई-श्रमिक पोर्टल लॉन्च किया है। इस पोर्टल के जरिए केंद्र सरकार देश के हर मजदूर का रिकॉर्ड जुटाएगी और इसके साथ नये श्रमिकों को अपने साथ जोड़ेगी। आपको बताते चलें यह भी एक प्रकार का स्टेट स्पेसिफिक आईडी कार्ड है।

जिस पर आवेदन करने के लिए आपका उम्र 16 वर्ष से 59 वर्ष के बीच में होना चाहिए। जिस भी श्रम (मजदूरी) करने वालें व्यक्ति के पास इस प्रकार का कार्ड होती है वह हर तरह के सरकारी योजनाओं का लाभ लेने के लिए इलिजीबल रहता है

इसके अलावा सरकार उनको काम मुहैया कराकर उसका पैसा उनके बैंक अकाउंट में डीबीटी के जरिये ट्रांसफार करती है साथ ही जब व्यक्ति की उम्र 60 वर्ष से अधिक हो जाता है तब उनको 3000 रुपया दिया जाता है

साथ ही उनके नाम पर 50 हजार तक के दुर्घटना बीमा किया जाता है। जब आप इस तरह के कार्ड को बनवाने के लिए आवेदन करते है, तब आपसे वहाँ पर राज्य विशिष्ट आईडी के बारें में पूछता है, जिससे सरकार यह कन्फ़र्म हो जाती है

कि आप उस राज्य में वर्तमान में रह रहें है। जिससे वह आपके एरिया में ही काम मुहैया कराती है। इसके अलावा E-Shram state Specific Id card बनवाने के बहुत सारे फायदे हैं।  जिसका लाभ आप E-Shram card बनवा कर ले सकते हैं।

 

E-Shram state Specific Id Documents Required

इस योजना का लाभ लेने के लिए आपको ऑनलाइन आवेदन ही देना होता है जिसमें आपसे कई तरह के दस्तावेज़ मांगा जाता है। जिसका लिस्ट नीचे दिया गया है :

  • आधार कार्ड / पैन कार्ड / वोटर कार्ड
  • राशन कार्ड / फैमिली कार्ड / बिजली बिल
  • सेविंग बैंक पासबूक
  • मोबाइल नंबर
  • पासपोर्ट साइज़ फोटो

 

E-Shram state specific Id कार्ड के लिए ऑनलाइन अप्लाई कैसे करें

अगर आप पेशे से किसान, खेतिहर मजदूर, रिक्शा चालक, स्ट्रीट वेंडर, प्रवासी श्रमिक, नाई इसके अलावा सब्जी और फल विक्रेता इत्यादि है जिसमें आप श्रमिक के रूप में कार्य कर अपना जीवन-यापन कर रहें है तब आपको बता दे,

आप जैसे श्रमिक के लिए केंद्र सरकार और आपके राज्य के राज्य सरकार आपको हर प्रस्थिति में मदद करने के लिए ऑनलाइन ई-श्रम कार्ड बनवाने के लिए आवेदन स्वीकार कर रही है।

जिसके बन जाने के बाद आपको हर योजना का लाभ ससमय और दूसरों से अधिक मिलने लगेगा।

अगर आप E-Shram state specific Id online apply के बारें में जानना चाहते है और अगर उसका फॉर्म भरते समय आपसे स्टेट स्पेसेफिक आईडी मांग दिया है जो आपको नही पता है तब इस लेख में आगे तक बने रहें, जिससे आपकी हेल्प हो सके।

  • इसके लिए आपको ऊपर में बताया गया डॉकयुमेंट एकजुट करने के बाद e-shram के पोर्टल पर जाकर वहाँ दिया गया पंजीकरण लिंक पर क्लिक करके खुद को लेबर क्लास के रूप में रजिस्ट्रेशन कर सकते है।
  • जिसमें आपको एक फॉर्म फ़िल करना होता है जिसमें अपना डिटेल्स और डॉक्युमेंट्स की जानकारी देकर खुद को वहाँ पर सत्यापित करना होता है।
  • जब सबमिट वालें बटन पर क्लिक करके फॉर्म को ऑनलाइन श्रम विभाग में जमा कर देते है तब आपको अपना पंजीकरण नंबर मिल जाता है, जिससे अपने फॉर्म का स्टेटस देखा जा सकता है।
  • लगभग 10 दिन के अंदर आपका ई-श्रम कार्ड बन जाता है जिसका सूचना आपको ईमेल और मोबाइल नंबर के जरिये कर दिया जाता है। जिसे डाउनलोड करके प्रिंट कर सकते है।
  • अगर आप ऊपर में बताया गया प्रक्रिया को समझने या फिर करने में असमर्थ है तब इसके लिए अपने नजदीकी किसी साइबर कैफे की मदद ले सकते है।
  • जो आपसे 50 रुपया तक चार्ज करके आपका श्रम कार्ड के लिए ऑनलाइन आवेदन कर देगा और जब बनेगा, तब उसका प्रिंट आउट करके आपको दे देगा। जिसके बाद आपको कई स्कीम का लाभ सरकार द्वारा सबसिडी इत्यादि के रूप में मिलना शुरू हो जाएगा।

 

स्पेसिफिक id की मान्यता इन स्टेट में है (All State Specific Ids code list 2022)

अब हम आपके साथ उस लिस्ट को साझा करने जा रहें है जिसके लिए आप इस ब्लॉग लेख को शुरू से अंत तक पढ़ते आ रहें है अगर आप ऊपर में बताया गया ई-श्रम कार्ड के लिए ऑनलाइन आवेदन करते है जहां पर आपसे राज्य विशिष्ट आईडी मांगा जाता है

और आपको इसके बारें में नही पता है तब नीचे दिया गया लिस्ट में भारत के उन सभी राज्य और केंद्र-शासित प्रदेश का स्पेसिफिक कोड यानि आईडी का लिस्ट दिया हुआ है जो उस फॉर्म में भर सकते है :

Serial State name State Specific Code
1. Andhra Pradesh AP
2. Arunachal Pradesh AR
3. Assam AS
4. Bihar BR
5. Chhattisgarh CG
6. Goa GA
7. Gujarat GJ
8. Haryana HR
9. Himachal Pradesh HP
10. Jammu and Kashmir JK
11. Jharkhand JH
12. Karnataka KA
13. Kerala KL
14. Madhya Pradesh MP
15. Maharashtra MH
16. Manipur MN
17. Meghalaya ML
18. Mizoram MZ
19. Nagaland NL
20. Orissa OR
21. Punjab PB
22. Rajasthan RJ
23. Sikkim SK
24. Tamil Nadu TN
25. Tripura TR
26. Uttarakhand UK
27. Uttar Pradesh UP
28. West Bengal WB
29. Tamil Nadu TN
30. Tripura TR
31. Andaman and Nicobar Islands AN
32. Chandigarh CH
33. Dadra and Nagar Haveli DH
34. Daman and Diu DD
35. Delhi DL
36. Lakshadweep LD
37. Pondicherry PY

 

इस आईडी में देखा जा सकता है कि किसी भी राज्य का विशिष्ट आईडी उसके नाम के पहला, दूसरा या फिर अंतिम लेटर को मिलकर 2 अक्षरों का आईडी बनाया गया है जो हर किसी को अपने राज्य की आईडी कोड तुरंत याद हो जाएगा।

 

FAQ’s – State Specific Id in Hindi

Q. Up State specific ID Kya Hai

जनसंख्या की दृष्टि से भारत के सबसे बड़े राज्य उत्तर प्रदेश का विशिष्ट राज्य आईडी UP है जो इस राज्य की शॉर्ट फॉर्म आइडैनटिटि है।

Q. Maharashtra State specific id for e shram card

भारत के सपनों का शहर या राज्य महाराष्ट्र का स्टेट स्पेसिफिक आईडी MH है जिसे इंग्लिश में Maharashtra नाम का शॉर्ट किया गया है।

Q. स्टेट स्पेसिफिक आईडी क्या है

यह एक ऐसा आईडी होता है जो किसी भी राज्य का पहचान होता है जो यह दर्शाता है कि उसके राज्य में कौन व्यक्ति कितने वर्ष से रह रहा है और उसका अपना नागरिक कौन-कौन रह रहें है या फिर राज्य को छोडकर अलग जा चुके है।

Q. स्टेट स्पेसिफिक आईडी में कौन-कौन डॉक्युमेंट्स शामिल है

वर्तमान में पूरे देश में इसके लिए राशन कार्ड सबसे अहम दस्तावेज़ है अगर इस आईडी की जरूरत कही पर पड़ती है तब वहाँ पर अपना राशन कार्ड की फोटो कॉपी या नंबर लगा सकते है तो वही कुछ राज्य सरकार द्वारा फैमिली कार्ड और संभल कार्ड की भी शुरुआत किया गया है जो इसका ही एक हिस्सा है।

Q. स्टेट स्पेसिफिक आईडी का इस्तेमाल कहाँ होता है

इसका इस्तेमाल सदैव सरकारी कामों में ही होता है जब आप किसी भी चीज़ के लिए फॉर्म फ़िल कर रहें है और वहाँ पर अपना राज्य का आईडी पूछा जाता है तब ऊपर दिया गया लिस्ट में से देखकर भर सकते है। तो वही श्रम कार्ड बनवाने के लिए इसे फ़िल करना अनिवार्य है।

 

Conclusion

इस ब्लॉग लेख में State specific id kya hai – what is state specific id in Hindi के बारें में जाना। आशा करते है आप All State Specific Ids code list 2022 की पूरी जानकारी जान चुके होंगे।

अगर आपका इससे संबन्धित किसी भी तरह का सवाल है तब नीचे कमेन्ट में पूछ सकते है जिसका जवाब जल्द से जल्द दिया जायेगा।

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